LIC chairman M R Kumar : भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी नॉन पार्टिसिपेटिंग इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स में अपना मार्केट शेयर बढ़ाने के साथ ही बिजनेस को डायवर्सिफाई करने पर विचार कर रही है।
क्या LIC बोनस-डिविडेंड से बचने के लिए कर रही प्लानिंग? नॉन पार्टिसिपेटिंग बिजनेस में बढ़ाएगी मार्केट शेयर – LIC chairman M R Kumar tells future plans mulls to raise market share in non participating business
65 फीसदी मार्केट शेयर के साथ सरकारी बीमा कंपनी 17 व्यक्तिगत पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट्स, 17 व्यक्तिगत नॉन पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट्स, 11 ग्रुप प्रोडक्ट्स और 7 राइडर बेनिफिट्स वाले प्रोडक्ट्स की पेशकश करती है।
इन प्रोडक्ट्स में नहीं मिलता बोनस और डिविडेंड
जानकारी के मुताबिक, नॉन पार्टिसिपेटिंग लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स पॉलिसीहोल्डर्स को कोई बोनस या डिविडेंड जैसे अन्य लाभों की पेशकश नहीं करते हैं।
एलआईसी चेयरमैन एम आर कुमार (LIC chairman M R Kumar) ने वित्त वर्ष 22 के लिए कंपनी की एनुअल रिपोर्ट में शेयरहोल्डर्स को बताया, हमारा नॉन पार्टिसिपेटिंग बिजनेस में हिस्सेदारी बढ़ाने के साथ ही चैनल मिक्स को डायवर्सिफाई करने का इरादा है। साथ ही कंपनी चाहती है कि हमारे एजेंट हमारे प्रोडक्ट्स के वितरण के लिए अहम पिलर के रूप में खड़े रहें।
एजेंसी से मिलता है 95 फीसदी बिजनेस
13.3 लाख एजेंसी वाली LIC का इनमें से एक बड़ा हिस्सा देश के ग्रामीण इलाकों में काम कर रहा है।
कुमार ने कहा, एलआईसी का प्रीमियम के लिहाज से 95 फीसदी व्यक्तिगत बिजनेस उसकी एजेंसी फोर्स के जरिये आता है और 3 फीसदी से कम बिजनेस बैंकएश्योरैंस चैनल्स से आता है।
LIC ने वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 40 फीसदी ग्रोथ के साथ 4,043 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। एलआईसी ने शेयरोहल्डर्स के लिए 1.50 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड की भी सिफारिश की है।