Harsha Engineers: प्रेसिशन बेयरिंग्स बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल (Harsha Engineers International) के शेयरों का अलॉटमेंट बुधवार 21 सितंबर को फाइनल हो सकता है। 755 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली थी और यह 74.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था। शेयरों की लिस्टिंग 26 सितंबर को है।
Harsha Engineers के शेयरों का अलॉटमेंट ऐसे कर सकते हैं चेक, लिस्टिंग को लेकर ग्रे मार्केट से मिल रहे ये संकेत – harsha engineers ipo allotment check stepwise process and gmp grey market premium know here about listing indicator
ग्रे मार्केट की बात करें तो यहां भी रूझान पॉजिटिव दिख रहा है। हर्षा इंजीनियर्स के शेयर ग्रे मार्केट में 234 रुपये प्रीमियम भाव पर ट्रेड कर रहे हैं यानी इसकी लिस्टिंग 564 रुपये यानी 71 फीसदी प्रीमियम पर हो सकती है। इसके आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 314-330 रुपये था। अलॉटमेंट फाइनल होने के बाद इसका स्टेटस बीएसई की वेबसाइट या इश्यू के रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
रजिस्ट्रार की साइट पर स्टेटस चेक करने का स्टेपवाइज तरीका
BSE की वेबसाइट पर ऐसे देखें अलॉटमेंट स्टेटस
Harsha Engineers IPO की पूरी डिटेल्स
हर्ष इंजीनियर्स का 755 करोड़ रुपये का आईपीओ 14-16 सितंबर के बीच खुला था। इसके तहत 455 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और 300 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) विंडो के तहत मौजूदा शेयरधारक बिक्री करेंगे। इश्यू के लिए 314-330 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड और लॉट साइज 45 शेयर था। एलिजिबल कर्मियों को 31 रुपये प्रति शेयर के डिस्काउंट पर शेयर मिलेंगे।
इसे निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली थी और सबसे अधिक क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स के लिए आरक्षित हिस्सा सबसक्राइब हुआ था। क्यूआईबी का हिस्सा 178.26 गुना, एनआईआई (नॉन-इंस्टीट्यूनल इंवेस्टर्स) का 71.32 गुना, खुदरा निवेशकों का 17.63 गुना और कर्मियों का 12.07 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
जुटाए गए पैसों का क्या होगा इस्तेमाल?
नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में 270 करोड़ रुपये से कर्ज चुकाया जाएगा। इसके अलावा 77.95 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मशीनरी खरीदने और 7.12 करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी मरम्मत और मौजूदा फैसिलिटीज के रिनोवेशन और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।
एक्सपर्ट ने दी थी निवेश की सलाह
घरेलू ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-22 में कंपनी का रेवेन्यू 22.1 फीसदी, ईबीआईटीडीए 40.2 फीसदी और शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) 104.9 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंडर एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ा। मौजूदा आर्थिक माहौल बेयरिंग स्पेस में मांग को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म के एनालिस्टों का मानना है कि इसका कारोबार आगे भी ग्रोथ करेगा। ऐसे में आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इसे सब्सक्राइब की रेटिंग दी थी। इसमें निवेश को लेकर रिस्क की बात करें तो आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक विदेशी करेंसी के भाव में उतार-चढ़ाव और वैश्विक स्तर पर सुस्ती का असर इसके कारोबार पर दिख सकता है।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
हर्षा ग्रुप की हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल भारत में ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में रेवेन्यू के हिसाब से प्रेसिशन बेयरिंग केज बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। इसका कारोबार पांच महाद्वीप के 25 से अधिक देशों में फैला हुआ है। इसका कारोबार इंजीनियरिंग और सोलर ईपीसी, दो सेग्मेंट में है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका रेवेन्यू और शुद्ध मुनाफा लगातार बढ़ा है। इसका शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2022 में सालाना आधार पर 45.44 करोड़ रुपये से बढ़कर 91.94 करोड़ और रेवेन्यू 876.73 करोड़ रुपये से उछलकर 1339 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
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