Tata-backed fitness chain Cultfit : टाटा के निवेश वाली फिटनेस चेन कल्ट डॉट फिट की अगले 12 से 18 महीने में IPO लाने की योजना है। कंपनी के एक सीनियर एग्जीक्यूटिव्स ने मनीकंट्रोल के साथ बातचीत में यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने इश्यू के साइज के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है।
Cultfit IPO : Tata के निवेश वाली फिटनेस चेन 12-18 महीने में ला सकती है IPO, जानिए डिटेल – Cultfit IPO Tata backed fitness chain gears up to launch IPO in 12 to 18 months details here
मुकेश बंसल (Mukesh Bansal) की अगुआई वाली चेन दो बिजनेस- फिटनेस और ई-कॉमर्स चलाती है। कोविड से पहले के दिनों में, स्टार्टअप के 250 सेंटर थे। अब उसका बिजनेस 40 शहरों में 600 सेंटर तक बढ़ चुका है।
कैसे बदला कंपनी का मॉडल
Cult.fit के बिजनेस हेड नरेश कृष्णास्वामी ने कहा, “इन सेंटर्स को चलाने का तरीका खासा अलग है। इससे पहले सभी सेंटर्स की 100 फीसदी ओनरशिप हमारे पास थी, जिसका मतलब है कि ट्रेनर से लेकर मैनेजर और हाउसकीपिंग स्टाफ तक हमारे पेरोल पर थे। लेकिन अब हमारे पास कई मॉडल्स हैं। हमारे पास सेंटर्स की 30-35 फीसदी ओनरशिप है। बाकी काम फ्रेंचाइजी मॉडल पर है।”
महामारी से पहले की तुलना में 50 फीसदी बढ़ा रेवेन्यू
बेंगलुरू बेस्ड कंपनी का रेवेन्यू महामारी से पहले की तुलना में 50 फीसदी तक बढ़ चुका है और कंपनी का ऑपरेशन अब प्रॉफिटेबिल है। कृष्णास्वामी ने कहा कि औसतन एक फिटनेस सेंटर पर रोजाना 250-300 लोग आते हैं। ऑनलाइन क्लासेज की कुल बिजनेस में 10 फीसदी हिस्सेदारी है।
CultFit ने बीते साल जोमैटो से फित्सों का अधिग्रहण किया था और भारत में Gold’s Gym के फ्रेंचाइजी राइट्स भी हासिल किए हैं।
इस नए बिजनेस में रखा कदम
कंपनी ने डायरेक्ट टू कंज्यूमर (D2C) सेलिंग बिजनेस में भी कदम रखे हैं। कंपनी कोविड से पहले फिटनेस कैटेगरी के परिधान बेचती थी और अब इसमें ट्रेडमिल्स, स्पिन बाइक्स, साइकिल और स्पोर्ट्सवियर शामिल हैं। कृष्णास्वामी ने कहा कि कंपनी के कुल रेवेन्यू में इस बिजनेस का अब एक तिहाई अंशदान है।
फंडामेंटल पर क्या कहा
कल्टफिट के फाइनेंस हेड विष्णु हजारी ने आईपीओ के संबंध में कहा, किसी IPO के फंडामेंटल उसके प्रोडक्ट से जुड़े होते हैं यानी क्या प्रोडक्ट प्रॉफिट, कैश फ्लो, पॉजिटिव बिजनेस आय हासिल कर रहे हैं। अगर ये सब ठीक हैं तो वैल्यूएशन कोई समस्या नहीं है।