Narayana Murthy : इंफोसिस के कोफाउंडर (Infosys cofounder) एनआर नारायण मूर्ति अपने पिछले रुख से पीछे नहीं हटने के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, इस बार उन्होंने अपने एक फैसले पर गलती मानी है। मूर्ति ने इंफोसिस के फाउंडर्स के परिजनों को लीडरशिप पोजिशन से दूर रखने की कंपनी की पॉलिसी का उल्लेख करते हुए स्वीकार किया कि वह इस मामले में “पूरी तरह गलत” थे। इस रुख से पीछे हटने का एक मात्र कारण रोहन मूर्ति का 2013 में कंपनी के साथ छोटा सा कार्यकाल हो सकता है। उन्होंने अपने पिता के एग्जीक्यूविट असिस्टैंट के रूप में सेवाएं दी थीं। हालांकि, पिता और बेटे दोनों 2014 में कंपनी से अलग हो गए थे।
Narayana Murthy ने मानी गलती, बोले-Infosys में बड़े पदों से फैमिली को दूर रखना सही नहीं था – Narayana Murthy admits he was wrong on keeping family away from Infosys leadership positions
क्या फाउंडर्स के बच्चों को मिलेगा मौका
रोहन मूर्ति लीडरशिप रोल में नहीं थे और दूसरे फाउंडर्स के बच्चों ने कंपनी में काम नहीं किया।
Infosys की उत्तराधिकार योजना की चिंताओं को देखते हुए फाउंडर्स के बच्चों को मौका देने से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए, Narayana Murthy ने कहा कि उनका पिछला रुख गलत था। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हर शख्स को समान अवसर मिलने चाहिए, अगर उसे रोल के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति माना जाता है।”
मूर्ति को थी यह आशंका
अपने पिछले रुख पर स्पष्टीकरण देते हुए मूर्ति ने कहा कि उन्होंने शुरुआत में इस आइडिया को अपनाया, क्योंकि उन्हें “डर था कि कुछ लोग अयोग्य लोगों को ला सकते हैं और बड़े पदों पर बिठा सकते हैं।” उन्होंने कहा, वह कंपनी के फ्यूचर को मजबूत बनाना चाहते थे।
फिजूल हैं ये चिंताएं
उन्होंने कहा, मैं पूरी तरह गलत था। मै इसे स्वीकार करता हूं। आज, मेरी राय है कि अगर आपके पास किसी पद के लिए अच्छे लोग हैं तो आपको इन बातों की चिंता नहीं कि राष्ट्रीयता क्या है, विरासत कौन सी है या कौन किसका बेटा या बेटी है। हालांकि, आपको किसी को उचित पद या जिम्मेदारी देने से पहले संगठन में जरूरी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।