भारतीय शेयर बाजार गुरुवार 5 जनवरी को लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। इन 2 दिनों बीएसई सेंसेक्स में 1,200 अंकों से अधिक की गिरावट आई है। वहीं निफ्टी भी इस दौरान करीब 300 अंक लुढ़का है। विदेशी निवेशकों की ओर से बाजार से पैसा निकालने का सिलसिला जारी रहने के बीच विदेशी बैंक और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली देखी गई। गुरुवार को सेंसेक्स एक समय 60,049 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। वहीं निफ्टी भी फिसलकर 18,000 के स्तर के नीचे आ गया था। हालांकि आखिरी कुछ मिनटों में बाजार में थोड़ी रिकवरी दिखी और 60,353.27 और निफ्टी 17,992.15 के स्तर पर बंद हुआ। आइए जानते हैं बाजार में गिरावट के पीछे कौन से प्रमुख कारण रहे-
Share Market Fall: सेंसेक्स दो दिन में 1,200 अंक से अधिक लुढ़का, जानें इसके पीछे के 4 कारण – Share market slump for two consecutive days sensex drops 1200 points here are the key factors
अमेरिकी केंद्रीय बैंक के रुख में बदलाव नहीं
अमेरिकी केंद्रीय बैंक की दिसंबर में हुई बैठक से जुड़ी जानकारी बुधवार 4 जनवरी को देर शाम जारी की गई। इसके मुताबिक, फेडरल रिजर्व बैंक के अधिकारी अभी भी महंगाई के खिलाफ लड़ाई जारी रहने के मूड में है। जिसका मतलब है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी आगे भी जारी रहेगी और साल 2023 के दौरान उन्हें ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है।
विदेशी बाजारों में कमजोरी
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से जुड़ी जानकारी सामने आने के बाद गुरुवार को अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजार लाल निशान में चले गए, जिसका असर भारतीय मार्केट पर भी देखने को मिला। अमेरिका का डाउ जोंस फ्यूचर्स, S&P 500 फ्यूचर्स औप नैस्डेक फ्यूचर्स इंडेक्स 0.2 फीसदी नीचे लुढ़क गए। यूरोपीय बाजार में गिरावट देखी गई और दोपहर के समय DAX, Stoxx 600 और FTSE 100 इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
विदेशी निवेशकों की तरफ से बिकवाली
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बुधवार को शुद्ध रूप से 2,620.89 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। 2023 में अभी तक वे कुल 3,461.53 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। गुरुवार को भी उनकी तरफ से बिकवाली का रुख रहा, जिसके चलते बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में खासतौर से बिकवाली दखने को मिली।
मुनाफा-वसूली
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल के रिसर्च हेड, सिद्धार्थ खेमका ने कहा, “बाजार पिछले कुछ दिनों से 18,000-18,200 के सीमित दायरे में चल रहा है। बैंक और मेटल जैसे कुछ सेक्टर्स में रैली देखने को मिली थी, जिसमें अब पिछले दो दिनों से मुनाफावसूली देखी जा रही है।”
कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि दूसरे ग्लोबल इंडेक्सों पर नजर डालें तो भारतीय बाजार का वैल्यूएशन अभी भी महंगा नजर आ रहा है। ऐसे में चुनौती पूर्ण ग्लोबल माहौल को ध्यान में रखते हुए निवेशक लगातार अपनी पोजीशन पर मुनाफा वसूली कर रहे हैं। ब्याज दरों में बढ़ोतरी बने रहने की संभावना और वर्तमान जियो पॉलिटिकल तनाव के चलते निवेशक चौकन्ने नजर आ रहे है।
डिस्क्लेमरः यहां दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह, निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और रॉय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।