टाटा ग्रुप (Tata Group) की टेक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज ने कुछ समय पहले ऐलान किया था कि यह फ्री शेयर जारी करेगी। वहीं टाटा मोटर्स ने भी कहा था कि वह टाटा टेक के आईपीओ के जरिए अपनी हिस्सेदारी कम करेगी। इन वजहों से टाटा टेक के शेयरों की अनलिस्टेड मार्केट में जबरदस्त डिमांड दिख रही है। महज तीन हफ्ते में ही यह 30 फीसदी से अधिक उछल गया है। एक डीलर का कहना है कि अनलिस्टेड मार्केट में इसके शेयर 5500 रुपये से 7300 रुपये के भाव पर पहुंच गए हैं।
अनलिस्टेड मार्केट में दो कारणों से बढ़ी Tata Tech के शेयरों की डिमांड, तीन हफ्ते में ही 30% उछल गए भाव – Tata Technologies unlisted stock jumps 30 percent over three weeks
34 साल पुरानी कंपनी टाटा टेक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, एयरोस्पेस, हैवी इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स से जुड़ी सर्विसेज मुहैया कराती है। यह अपने अधिकतर कारोबार के लिए टाटा ग्रुप की कंपनियों से मिलता है जैसे कि टाटा मोटर्स और जगुआर लैंड रोवर। हालांकि अब यह टाटा ग्रुप से बाहर की कंपनियों से भी ढेरों ऑर्डर हासिल कर रही है। टाटा ग्रुप टाटा टेक और टाटा प्ले का आईपीओ लाने की तैयारी में है और अगर ऐसा होता है तो 2004 में टीसीएस की लिस्टिंग के बाद यह टाटा ग्रुप का अगला आईपीओ होगा।
क्या कहा था Tata Tech और Tata Motors ने
टाटा टेक ने हाल ही में एक शेयर के बदले एक बोनस शेयर जारी करने का ऐलान किया था। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 16 जनवरी फिक्स किया गया था। इसके अलावा कंपनी ने 5:1 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट का ऐलान किया था। UnlistedArena.com के मनन दोशी के मुताबिक स्टॉक स्प्लिट और बोनस के प्रस्ताव को आईपीओ की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।
वहीं टाटा मोटर्स ने 12 दिसंबर को एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी भेजी थी कि वह टाटा टेक के आईपीओ के तहत इसमें अपनी हिस्सेदारी कम कर सकती है। टाटा मोटर्स की टाटा टेक में 74.4 फीसदी हिस्सेदारी है। पहले इसने जून 2017 में अपनी 43 फीसदी हिस्सेदारी प्राइवेट इक्विटी फर्म Warbug Pincus को 36 करोड़ डॉलर में बेचने की प्रस्ताव रखा था। हालांकि नियामकीय मंजूरी नहीं मिलने और बाजार की चुनौतीपूर्ण स्थितियों के चलते यह प्रस्ताव फरवरी 2018 में वापस ले लिया गया।
एक साल में छह गुना चढ़ गया टाटा टेक का शेयर
अनलिस्टेड मार्केट में टाटा टेक के शेयर एक साल में छह गुना के करीब बढ़े हैं। इसके भाव सितंबर 2020 में 1050 रुपये पर थे और फिर अक्टूबर 2022 तक यह उछलकर 6300 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि अगले महीने नवंबर में यह 5100 रुपये पर फिसल गया लेकिन फिर इसमें तेजी का रुझान है। मार्केट एनालिस्ट्स के मुताबिक उम्मीद के मुकाबले अधिक कमाई के चलते यह शेयर इतना तेज उछल रहा है। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 48 फीसदी बढ़कर 3529.57 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 83 फीसदी उछलकर 436.97 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका ऑपरेटिंग मार्जिन 16.3 फीसदी से बढ़कर 18.3 फीसदी पर पहुंच गया।