दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी गूगल (Google) ने बुधवार 25 जनवरी को बताया कि वह कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) के निर्देशों के मुताबिक अपने प्लेटफॉर्म और बिजनेस में कई सारे बदलाव कर रही हैं। कंपनी ने यह कदम CCI के आदेश के खिलाफ कोर्ट से कोई राहत नहीं मिलने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है। CCI ने गूगल को उसके एंड्रॉयड और प्ले स्टोर प्लेटफॉर्म में कुछ बदलावों को लेकर निर्देश दिए। इन बदलावों के बाद स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां को अपने हैंडसेट में प्री-इंस्टॉलेशन के लिए गूगल के अलग-अलग ऐप को लेकर अलग-अलग लाइसेंस लेने की आजादी होगी।
Google भारत में बदलेगी एंड्रॉयड के लाइसेंस से जुड़ी शर्तें, यूजर्स को देगी अपनी मर्जी के ‘सर्च इंजन’ चुनने का विकल्प – Google tweaks Android licensing terms in India allows third-party billing for all apps
साथ ही भारतीय यूजर्स को अब खुद अपना डिफॉल्ट सर्च इंजन चुनने का मौका मिलेगा। यूजर्स जब भी कोई नया स्मार्टफोन या टैबलेट को चालू करेंगे, तब उनके सामने यह डिफॉल्ट सर्च इंजन चुनने का विकल्प आएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह CCI के आदेश पर रोक लगाने से मना कर दिया था। आदेश के तहत गूगल पर अपनी लोकप्रिय ऑपेरिटंग सिस्टम ‘एंड्रॉयड (Android)’ की दबदबे की स्थिति का दुरुपयोग करने के लिए 1,337.76 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। एक अनुमान के मुताबिक, देश में करीब 60 करोड़ स्मार्टफोन इस्तेमाल हो रहे हैं, जिसमें से लगभग 97 प्रतिशत ‘एंड्रॉयड’ ऑपेरिटंग सिस्टम पर चलते हैं।
सीसीआई ने ‘प्ले स्टोर (Play Store)’ से जुड़ी कुछ नीतियों को लेकर भी गूगल पर 936 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।
गूगल ने एक ब्लॉग में लिखा, “हम भारत में स्थानीय कानून और नियमों को गंभीरता से पालन करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। कॉम्पिटीशन कमीशन ने हाल ही में एंड्रॉयड और प्ले स्टोर को लेकर जो निर्देश दिए है, उनको पालन करने के लिए कई बदलावों की जरूरत है। हमने सीसीआई को बता दिया है कि हम कैसे उनके निर्देशों का अनुपालन करेंगे।”
गूगल अपने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर स्मार्टफोन बनाने वालों कंपनियों को लाइसेंस देती है। इसमें उसके खुद के ऐप को मोबाइल में पहले से इंस्टॉल करके देने की शर्त होती है। इस शर्त को कॉम्पिटीशन-विरोधी माना जाता है। हालांकि, कंपनी का तर्क है कि इस तरह के समझौते एंड्रॉयड को मुक्त रखने में मदद करते हैं। गूगल ने कहा कि हम जरूरत के अनुसार एंड्रॉयड का अपडेट कर रहे हैं।