SBI Exposure to Adani Group: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अडानी ग्रुप की कंपनियों को जितना लोन दिया है, वह मैनेज करने लायक है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) की सब्सिडियरी क्रेडिटसाइट्स (CreditSights) के 7 फरवरी 2023 के नोट के मुताबिक एसबीआई ने नेट लोन का करीब 1 फीसदी यानी 33.8 हजार करोड़ रुपये का मजबूत जनरल प्रोविजन बफर रखा है। इसके चलते अडानी ग्रुप को जितना लोन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने दिया है, वह मैनेज करने लायक स्थिति में है। क्रेडिट रिसर्चर क्रेडिटसाइट्स के मुताबिक एसबीआई का प्रोविजन रिजर्व बफर बहुत मजबूत है।
SBI Exposure to Adani Group: अडानी ग्रुप को दिए कर्ज से एसबीआई की सेहत पर असर नहीं, फिच रेटिंग्स ने इस कारण जताया भरोसा – Loan exposure to Adani Group manageable for SBI assures CreditSights subsidiary of Fitch Ratings
इसके अलावा प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PROP) जेनेरेशन कैपिबिलिटी यानी बिना प्रोविजन के ऑपरेटिंग प्रॉफिट हासिल करने की क्षमता के हिसाब से अडानी ग्रुप को दिया गया 27 हजार करोड़ रुपये का लोन अप्रैल-दिसंबर 2022 के पीआरओपी का 34 फीसदी ही है। पीआरओपी बैड लोन के लिए अलग किए जाने वाले पैसों यानी प्रोविजन काटकर किसी टाइम पीरियड में होने वाली कमाई है।
शेयरों की गारंटी पर SBI ने नहीं दिया है लोन
क्रेडिटसाइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई ने अडानी ग्रुप को जो लोन दिया है वह पूरी तरह से सिक्योर्ड है और कमाऊ एसेट्स (कैश-जेनेरेटिंग एसेट्स) के ऊपर दिए गए हैं। वहीं कुछ लोन ऐसे प्रोजेक्ट्स पर दिए गए हैं जिन पर काम चल रहा है और पटरी पर हैं। एसबीआई के मुताबिक अडानी ग्रुप पर इसका एक्सपोजर 27 हजार करोड़ रुपये है जो इसके लोनबुक का 0.88 फीसदी है। ये आंकड़े दिसंबर 2022 तिमाही तक के हैं। एसबीआई ने शेयरों को गिरवी रखकर अडानी ग्रुप को कोई कर्ज नहीं दिया है।
SBI का क्या कहना है Adani Group को दिए लोन पर
पिछले हफ्ते एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने अडानी ग्रुप को दिए गए लोन पर स्पष्टीकरण दिया था। उन्होंने कहा कि ग्रुप को जो लोन दिया गया, उसे लेकर कोई रिस्क नहीं है। खारा का कहना है कि ग्रुप का रीपेमेंट रिकॉर्ड शानदार रहा है यानी कि इसने समय पर किश्तें भरी हैं। बता दें कि केंद्रीय बैंक आरबीआई ने सभी बैकों को निर्देश दिया था कि वे अडानी ग्रुप में अपने एक्सोपजर का खुलासा करें। एसबीआई को दिसंबर 2022 तिमाही में हाई नेट इंटेरेस्ट इनकम और कम प्रोविजन के चलते सालाना आधार पर 49 फीसदी अधिक 33500 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल हुआ।