हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) से जुड़े विवाद के बीच अडानी ग्रुप (Adani Group) को एक और झटका लगा है। फ्रांसीसी कंपनी टोटल एनर्जीज (Total Energies)ने बुधवार 8 फरवरी को एक बयान में कहा कि उसने अडानी ग्रुप के साथ अपनी 50 अरब डॉलर के ज्वाइंट हाइड्रोजन प्रोजेक्ट को फिलहाल रोक दिया है। टोटल एनर्जीज, अडानी ग्रुप की सबसे बड़े विदेशी निवेशकों में से एक है। ये दोनों साथ में एक हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसकी लागत 50 अरब डॉलर है। टोटल एनर्जीज ने यह कदम एक अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग की ओर से अडानी ग्रुप पर ‘अकाउंटिंग हेरफेर और शेयर की कीमतों में छेड़छाड़’ करने के आरोप लगाने के बाद उठाया है।
अडानी ग्रुप को अब इस फ्रांसीसी कंपनी से मिला झटका, रोका 50 अरब डॉलर का ज्वाइंट हाइड्रोजन प्रोजेक्ट – TotalEnergies puts hydrogen partnership with Adani Group on hold for now
फ्रांसीसी कंपनी के सीईओ पैट्रिक पौयान ने एक अर्निंग कॉल में बताया कि अडानी ग्रुप के साथ साझेदारी की घोषणा पिछले साल जून में हो गई थी लेकिन कंपनी ने अभी तक समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए थे।
जून 2022 में जो घोषणा हुई थी, उसके तहत टोटलएनर्जीज को अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी भी लेनी थी। यह फर्म ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में अगले 10 सालों में 0 अरब डॉलर का निवेश कर रही है। ग्रुप ने इस निवेश के जरिए 2030 से पहले एक अरब टन के ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन का अनुमान लगाया है।
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रिपोर्ट में पौयान के हवाले से कहा गया है, “बेशक, जब तक हमारे सामने चीजें साफ नहीं हो जाती तब तक हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी गई है।” टोटलएनर्जीज ने अडानी ग्रुप में 3.1 अरब डॉलर का निवेश किया हुआ है। कंपनी ने कहा कि वह हिंडनबर्ग रिसर्च के लगाए गए आरोपों पर ग्रुप की ओर से जारी ऑडिट जांच के परिणाम आने का इंतजार करेगी।
पौयान ने हाइड्रोजन प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए कहा, “यह घोषणा की गई थी, लेकिन अभी हस्ताक्षर नहीं हुआ है। ऐसे में यह अस्तित्व में नहीं है।” उन्होंने कहा, “मिस्टर अडानी के सामने अभी निपटने के लिए कई चीजें हैं। ऐसे में ऑडिट चलने तक चीजों को रोकना अच्छा है।” इस बीच अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के आरोपों का जोरदार खंडन किया है, उन्हें दुर्भावनापूर्ण और “भारत पर हमला” बताया है।