साल 2020 और 2021 अच्छा रहने के बाद साल 2022 शेयर बाजार (Share Market) के लिए निराशाजनक रहा। साल 2020 में इक्विटी फंड्स ने 16.2 फीसदी रिटर्न दिए थे। 2021 में इनका रिटर्न 33 फीसदी था। लेकिन, 2022 में इनका रिटर्न महज 3.15 फीसदी रहा। कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद शेयर बाजार में इनवेस्ट करने वाले रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या कई गुना हो गई। तब विदेशी फंडों के घरेलू बाजार में बिकवाली करने के बावजूद मार्केट नहीं गिरा। इसका श्रेय नए रिटेल इनवेस्टर्स को जाता है। उनके आने से मार्केट को गहराई मिली। SIP और इक्विटी फंडों में निवेश बढ़ने से भी बाजार को मजबूती मिली।
साल 2022 में शेयर बाजार के खराब रिटर्न के बाद आपके लिए क्या है रास्ता? – what are options for equity investors who are frustrated with 2022 market returns
2023 में भी नहीं दिख रही हालात बदलने की उम्मीद
लेकिन, निवेशकों खासकर 2020 में शेयरों में निवेश की शुरुआत करने वाले इनवेस्टर्स को पहली बार निराशा का सामना करना पड़ रहा है। उनका रिटर्न बहुत कम या करीब जीरो है। कुछ इनवेस्टर्स के पोर्टफोलियो का रिटर्न सिंगल डिजिट में है। आगे हालात और मुश्किल दिख रहे हैं। साल 2023 का आउटलुक बहुत सुनहरा नहीं दिख रहा है। इसकी वजह यह है कि कुछ विकसित देशों में मंदी की स्थिति बन रही है। इसलिए आने वाले समय मुश्किल वाले हो सकते हैं।
निवेशकों के मन में चल रहे कई सवाल
पिछले दो साल फिक्स्ड इनकम का रिटर्न 3-4 फीसदी था। अब उनका आकर्षण बढ़ा है। इससे इक्विटी इनवेस्टर्स के रिस्क लेने की क्षमता घटी है। अभी निवेशकों के मन में कुछ बड़े सवाल हैं। पहला, पिछले दो साल में रिटर्न अच्छा नहीं रहने की वजह से क्या उन्हें शेयरों से अपना पैसा निकाल लेना चाहिए?
जरूरत को देख लें फैसला
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसे सवालों के जवाब अलग-अलग निवेशकों के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन, कुछ बातें सभी निवेशकों पर लागू होती हैं। जैसे अगर किसी निवेशकों को अगले 24-36 महीनों में पैसे के जरूरत है तो उन्हें शेयरों से अपने पैसे निकाल लेने चाहिए। उन्हें अपने पैसे को रिस्क-फ्री लिक्विड या मनी मार्केट फंड्स में ट्रांसफर कर देने चाहिए।
लंबी अवधि के निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं
अगर इनवेस्टर के पास 3 साल से ज्यादा का समय है तो वह अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा कर सकता है। इससे यह पता चलेगा कि पोर्टफोलियो का प्रदर्शन बेहतर नहीं होने की वजह मार्केट से जुड़ी है या पोर्टफोलियो में कुछ खास स्टॉक या फंड की मौजूदगी की वजह से ऐसा हो रहा है। अगर प्रॉब्लम किसी शेयर की वजह से है तो यह देखने की जरूरत है कि उससे जुड़ी कौन सी बातें बदल गई हैं। अगर कई समस्या अस्थायी है तो फिर आपको शेयरों को बेचने की जरूरत नहीं है।
कुछ निवेशकों के मन में यह सवाल चल रहा है कि अगर उनके पास कुछ सरप्लस पैसे हैं तो उनका निवेश कहां करना ठीक रहेगा? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब इस बात पर निर्भर करेगा कि आप कितने समय तक अपना पैसा लगाना चाहते हैं। अगर आप 3 साल या इससे कम समय के लिए इनवेस्ट करना चाहते हैं तो आपको लिए डेट जैसे सुरक्षित एसेट क्लास में निवेश करना ठीक होगा। अगर आप लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं तो आपको सही एसेट क्लास का चुनाव करना होगा। एसेट एलोकेशन ऐसा टूल है जो आपको कम रिस्क के साथ मैक्सिमम रिटर्न कमाने में मदद करता है।
SIP को जारी रखने की कोशिश करें
अगर आप अपने SIP को जारी रख सकते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा। आप अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा भी कर सकते हैं। आप यह भी देख सकते हैं कि क्या आपको अपने पोर्टफोलियो में किसी तरह का बदलाव करने की जरूरत है। अगर शेयरों का प्रदर्शन खराब है तो फिर आपको यह देखना पड़ेगा कि उसका आपके लक्ष्य पर क्या असर पड़ सकता है।