कुछ दिनों पहले तक शेयर बाजार में शुगर शेयर मिठास घोल रहे थे लेकिन अचानक अब ये मिठास कड़वी हो चली है। ऊपरी स्तरों से कई शुगर शेयर करीब आधे हो गए हैं। बाजार जानकारों का कहना है कि कमजोर तिमाही नतीजों और चीनी सस्ती होने की वजह से शेयरों पर दबाव आया है । दोपहर 2 बजे के आसपास एनएसई पर Mawana Sugars का शेयर 1.35 फीसदी , राणा शुगर 0.44 फीसदी, अवध शुगर 2 फीसदी, श्री रेणुका शुगर का शेयर 1.04 फीसदी, द्वारिकेश शुगर 0.73 फीसदी तक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
शुगर स्टॉक्स में हायर लेवल से 40% तक गिरावट, जानिए शुगर शेयरों में क्यों आई कड़वाहट – Sugar stocks tumble more than 40 from higher level know reasons behind slumps check sugar stocks share price
शुगर शेयरों में क्या है गिरावट की वजह
बाजार जानाकारों का कहना है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शुगर सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे है। जिसके चलते शुगर शेयरों में तेज गिरावट आई है। साथ ही एक्सपर्ट्स का कहना है कि शुगर की सेल्स में भी धीमापन देखने को मिल रहा है। इसके अलावा फरवरी में चीनी 5% तक सस्ती हो गई है। वहीं उत्पादन को देखकर ही अतिरिक्त चीनी एक्सपोर्ट हुई है। कम उत्पादन की सूरत में एक्सपोर्ट को मंजूरी नहीं है। इन सभी वजहों से शुगर शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है।
ऊपरी स्तरों से शेयर 40% टूटा
शुगर शेयरों की चाल की बात करें तो मवाना शुगर ऊपरी स्तर से करीब 53 फीसदी टूटा है जबकि राणा शुगर 50 फीसदी फिसला है। वहीं अवध शुगर में ऊपरी स्तरों से करीब 48 फीसदी की गिरावट आई है जबकि द्वारिकेश 40 फीसदी, शक्तिशुगर 37 फीसदी और रेणुका शुगर ऊपरी स्तर से 30 फीसदी गिरे है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
बता दें कि हाल ही में शुगर कंपनियों ने अपने तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए थे। इन कंपनियों में से Mawana Sugars के नतीजों के आंकड़ों पर नजर डालें तो अक्टूबर – दिसंबर तिमाही में Mawana Sugars का मुनाफा सालाना आधार पर 64.9 फीसदी की गिरावट के साथ 5.3 करोड़ रुपये पर रहा । जो कि पिछले साल की समान अवधि में 15.1 करोड़ रुपये पर रहा था। वहीं कंपनी के रेवेन्यू में भी सालाना आधार पर 1.2 फीसदी की गिरावट आई थी और यह 481.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। सालाना आधार पर तीसरी तिमाही में कंपनी का एबिटडा 41.3 फीसदी घटकर 33.2 करोड़ रुपये के मुकाबले 19.5 करोड़ रुपये पर रहा है जबकि मार्जिन 6.8 फीसदी से घटकर 4.1 फीसदी पर रहा है।