Future Retail के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन किशोर बियानी (Kishore Biyani) ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उन्होंने 23 जनवरी को इस्तीफा दिया था। चूंकि यह कंपनी इनसॉलवेंसी प्रोसिडिंग्स (Insolvency Proceedings) से गुजर रही है, जिससे उनका इस्तीफा कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स के पास भेजा गया था। इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2006 के तहत यह अनिवार्य है। फ्यूचर रिटेल की वित्तीय स्थिति बहुत खराब है। यह बैंक का लोन चुकाने में नाकाम रही है। बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) के लोन पर डिफॉल्ट करने के बाद इस कंपनी के खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रोसिडिंग्स शुरू हुई थी।
Future Retail के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन Kishore Biyani ने इस्तीफा वापस लिया – future retail executive chairman kishore biyani withdraws his resignation
रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने इस्तीफा वापस लेने की गुजारिश की थी
फ्यूचर रिटेल ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया है, “लेटर के जवाब में कंपनी के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने 1 फरवरी, 2023 को भेजे मेल के जरिए लेटर में बताई गई बातों और बियानी के इस्तीफे पर विरोध जताया था और उनसे (बियानी) से अपना इस्तीफा वापस लेने की गुजारिश की थी।” इसमें यह भी बताया गया है कि बियानी ने 10 मार्च को लिखे अपने लेटर के जरिए अपना इस्तीफा वापस लेने की जानकारी दी थी। रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल को इसकी जानकारी 14 मार्च, 2023 को मिली थी।
लोन पर डिफॉल्ट करने के बाद इनसॉल्वेंसी प्रोसिडिंग्स शुरू हुई
फ्यूचर रिटेल ने बैंक ऑफ इंडिया के लोन पर डिफॉल्ट किया था। इस कंपनी को कर्ज देने वाले बैंकों ने फ्यूचर ग्रुप की 19 कंपनियों के 24,713 करोड़ रुपये के टेकओवर के प्रस्ताव को खारिज कर दिए थे। इसके बाद फ्यूचर रिटेल के खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रोसिडिंग्स शुरू हुई थी।
डायरेक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की इजाजत मांगी
पिछले हफ्ते फ्यूचर रिटेल ने कहा था कि इसके रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल में एक अप्लिकेशन फाइल किया था। इसमें कंपनी के पूर्व और वर्तमान डायरेक्टर्स पर बैंकों को हुए 14,809.44 करोड़ रुपये के लॉस के लिए जिम्मेदार बताया गया था। इसके बाद रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने पूर्व और वर्तमान डायरेक्टर्स के मामले में ट्राइब्यूनल से निर्देश मांगे थे। उनका मानना है कि इन्हें (पूर्व और वर्तमान डायरेक्टर्स) इस पैसे का पेमेंट कंपनी को करना चाहिए।