SBFC Finance IPO: घट गया आईपीओ का साइज, सेबी के पास दोबारा फाइल किया ड्राफ्ट, अब ये है पूरा प्लान – new ipo news SBFC Finance refiles DRHP IPO size reduced from Rupees 1600 crore to Rupees 1200 crore


SBFC Finance IPO: डिपॉजिट नहीं लेने वाली मुंबई की दिग्गज नॉन-बैकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) एसबीएफसी फाइनेंस ने आईपीओ के लिए दोबारा ड्राफ्ट फाइल किया है। पहले इसने बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास जो ड्राफ्ट फाइल किया था, उसका साइज 1600 करोड़ रुपये का था लेकिन अब इसे 1200 करोड़ रुपये का कर दिया गया है। नए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) के मुताबिक SBFC Finance आईपीओ के जरिए 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगा और 450 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत जारी होंगे। बता दें कि सबसे पहले मनीकंट्रोल ने ही 1 जून 2021 को जानकारी दी थी कि Arpwood Partners and Clermont Group का एसबीएफसी फाइनेंस मार्केट में लिस्ट होने की योजना बना रहा है। इसने पिछले साल नवंबर 2022 में सेबी के पास आईपीओ के लिए ड्राफ्ट फाइल किया था।

SBFC Finance IPO की डिटेल्स

एसबीएफसी फाइनेंस के 1200 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने की योजना है और बाकी शेयरों को ऑफर फॉर सेल के तहत बेचा जाएगा। कंपनी मर्चेंट बैंकर्स से अधिकतम 150 करोड़ रुपये के शेयरों के प्राइवेट प्लेसमेंट के लिए बात कर रही है और अगर ऐसा हो आईपीओ के जरिए नए शेयरों की संख्या घट सकती है। ओएफएस विंडो के तहत 207.75 करोड़ रुपये के शेयर Arpwood Partners Investment Advisors LLP, 50.99 करोड़ रुपये के शेयर Arpwood Capital Private Limited, 41.26 करोड़ रुपये के शेयर Eight45 Services LLP और 150 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री SBFC Holdings Pte करेगी।

इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। इश्यू के तहत एंप्लॉयीज का कोटा भी रखा गया है। नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल भविष्य के कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपना कैपिटल बेस बढ़ाने में किया जाएगा। इश्यू के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं और केफिन टेक रजिस्ट्रार हैं। शेयरों की लिस्टिंग बीएसई-एनएसई पर होगी।

कंपनी के बारे में डिटेल्स

सेबी के पास दाखिल ड्राफ्ट के मुताबिक एमएसएमई को लोन देने वाले एनबीएफसी में सबसे तेज एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) एसबीएफसी फाइनेंस का बढ़ रहा है। कंपनी ने क्रिसिल की रिपोर्ट के आधार पर यह दावा किया है। वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2022 के बीच इसकी ग्रोथ 40 फीसदी सीएजीआर (कंपाउंडर एनुअल ग्रोथ रेट) रही। यह एनबीएफसी उद्यमियों, छोटे कारोबारियों और सेल्फ-एंप्लॉयड और सैलरीड इंडिविजुअल्स को कर्ज देता है। इसके 81.57 एमएसएमई लोन ग्राहकों का कर्ज लेते समय सिबिल स्कोर 700 से ऊपर है।

एसबीएफसी फाइनेंस मार्क्वी इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के दम पर सबसे अधिक 5 लाख रुपये से 30 लाख रुपये तक का लोन देता है। दिसंबर 2022 तक इसके एयूएम का 86.48 फीसदी लोन इसी रेंज में है। देश के 16 राज्यों और 2 यूनियन टेरिटरीज के 105 शहरों में इसके 137 ब्रांच हैं। वित्त वर्ष 2020 में इसके 40432 ग्राहक थे जो दिसंबर 2022 तक बढ़कर 94997 ग्राहक तक पहुंच गया।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसका ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 507.10 करोड़ रुपये से बढ़कर 529.05 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अप्रैल-दिसंबर 2022 में इसे 525.25 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है। फाइनेंस कॉस्ट में कटौती के चलते इसका मुनाफा भी बढ़ा है। इसकी फीस और कमीशन भी वित्त वर्ष 2022 में 64.52 करोड़ रुपये से बढ़कर अप्रैल-दिसंबर 2022 में 107.03 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।



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