Share Market This Week: विदेशी निवेशकों (FII) की ओर से खरीदारी और ग्लोबल लेवल पर हलचल कम होने से भारतीय शेयर बाजारों में पिछले 5 दिनों से तेजी का माहौल है। इसके चलते निवेशकों की संपत्ति पिछले पांच दिनों में 10.43 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ गई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 5 कारोबारी दिनों (29 अप्रैल से 6 अप्रैल के बीच) में 10,43,216.79 करोड़ रुपये बढ़कर 2,62,37,776.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस हफ्ते शेयर बाजार मंगलवार 4 अप्रैल को महावीर जयंती के चलते बंद था।
Share Market: शेयर बाजार में निवेशक मालामाल, सिर्फ 5 दिन में 10.43 लाख करोड़ बढ़ गई संपत्ति – Share Market This Week Investors wealth jumps over Rs 10 43 lakh cr in last 5 days of rally
शुक्रवार 7 अप्रैल को भी गुड फ्राइडे के मौके पर बाजार में कारोबार बंद रहा। इसके अलावा पिछले हफ्ते गुरुवार को रामनवमी के मौके पर शेयर बाजार बंद था।
BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स पिछले 5 कारोबारी दिनों में 3.85 फीसदी या 2,219.25 अंक बढ़ा है। बाजार जानकारों के मुताबिक, इस तेजी के पीछे मुख्य वजह विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय शेयरों में पैसा डालना और सकरात्मक ग्लोबल संकेत रहे।
स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट (Swastika Investmart) के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने बताया, ” “भारतीय शेयर बाजारों में कमजोर प्रदर्शन की एक लंबी अवधि के बाद पिछले 2 हफ्तों से राहत भरी तेजी देखी जा रही है। ग्लोबल लेवल पर अस्थिरता कम होने, सस्ती दरों पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से खरीदारी और ग्लोबल स्तर पर ब्याज दर में बढ़ोतरी की प्रक्रिया के रुकने के संकेतों के चलते बाजार में तेजी रही।”
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार 6 अप्रैल को सभी को हैरान करते हुए ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया। इसके बाद सेंसेक्स उस दिन 143.66 अंक यानी 0.24 प्रतिशत चढ़कर 59,832.97 पर बंद हुआ था।
सैमको MF के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर, उमेश कुमार मेहता ने कहा कि आरबीआई ने विकास और महंगाई के बीच संतुलन को बनाए रखने के लिए अमेरिकी फेड से अलग राह चुनी और अपने विवेक से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला चुना।
मेहता ने कहा, “शेयर बाजारों में पहले ही मजबूत के संकेत दिखने शुरू हो गए थे। लेकिन अब चूंकि ब्याज दरें भी अपने शिखर के करीब हैं। ऐसे में यह घरेलू और ग्लोबल स्तर पर एक नए बुल मार्केट के शुरुआत का आदर्श लॉन्चिंग पैड हो सकता है।”