मार्केट के प्रमुख सूचकांकों को 24 अप्रैल को बैंक शेयरों से काफी सपोर्ट मिला। लेकिन, करीब से देखने पर ऐसा लगता है कि बैंकिंग स्टोरी (Banking Story) की चमक भी धीरे-धीरे कम हो सकती है। हालांकि, दूसरे सेक्टर के मुकाबले यह अब भी बेहतर दिख रहा है। लेकिन, इकोनॉमी में स्लोडाउन की चर्चा के बाद उसकी उम्मीद कम दिखती है कि मार्केट बैंकिंग शेयरों के लिए ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार होगा। पिछले हफ्ते सीमेंट सेक्टर से जुड़ी कई खबरें आई हैं। श्री दिग्विजय सीमेंट को अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए इनवायरमेंटल क्लीयरेंस मिल गया है। Dalmia Bharat ने झारखंड के बोकारो स्थित अपने दूसरे प्लांट में प्रोडक्शन शुरू कर दिया है।
शॉर्ट कॉल : सीमेंट कंपनियों की क्षमता में विस्तार और Bank Nifty में उछाल का मतलब क्या है? – short call capacity expansion in cement sector and strength in bank nifty are indicating mood of market
सीमेंट सेक्टर के संकेत
Shree Cement ने भी अपने सीमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 46.90 एमटीपीए कर दी है। यह प्लांट झारखंड के सरायकेला में है। UltraTech Cement ने बिहार के पाटलीपुत्र में अपने 2.2 एमटीपीए ब्राउनफील्ड एक्सपैंशन प्लान के बाद ऑपरेशन कर दिया है। ऐसा लगता है कि अदाणी ग्रुप ने ACC और Ambuja के अपने एक्सपैंशन प्लान को फिलहाल टाल दिया है। हालांकि, सीमेंट सेक्टर में क्षमता बढ़ती दिख रही है। रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स के मुताबिक, इस साल इंडस्ट्री का कैपेसिटी यूटिलाइजेशन 70 फीसदी होगा। डिमांड में स्थिरता बने रहने की उम्मीद है। लेकिन, सप्लाई भी बढ़ रही है। इसलिए सीमेंट शेयरों की कीमतों में ज्यादा उतार-चढ़ाव की उम्मीद नहीं दिखती। लेकिन, कच्चे माल की कीमतों में गिरावट और इस सेक्टर में विलय एवं अधिग्रहण की उम्मीद को देखते हुए इस सेक्टर में बुल्स की दिलचस्पी बनी रह सकती है।
इंडसइंड बैंक के इनवेस्टर्स को रखना होगा धैर्य
IndusInd Bank की रिरेटिंग को लेकर काफी चर्चा हो चुकी है। लेकिन, ऐसा लगता है कि इनवेस्टर्स को थोड़ा और धैर्य दिखाना होगा। बैंक के चौथी तिमाही के नतीजें अच्छे रहे हैं। लेकिन, यह शेयर उस दिन भी गिरकर बंद हुआ, जब दूसरे बैंकों के शेयरों में तेजी दिखी। Morgan Stanley ने बैंक के ऐसे लोन के बढ़ने की आशंका जताई है, जो नॉन-परफॉर्मिंग हो चुके हैं। करेंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट रेशियो ग्रोथ में सुस्ती भी बैंक के लिए खराब खबर है।
कब तक जारी रहेगी बैंक निफ्टी की चमक?
बैंक निफ्टी सोमवार को सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला इंडेक्स रहा। ऑप्शंस चार्ट यह संकेत दे रहा है कि बहुत ज्यादा ट्रेडर्स इस इंडेक्स पर दांव लगा रहे हैं। इससे अगले दो सेशंस में इस इंडेक्स में तेजी दिख सकती है। मुंबई के एग्लो ट्रेडर राहुल घोष ने कहा कि 42,000 से ऊपर के ज्यादातर आउट ऑफ द मनी (OTM) स्ट्राइक्स में बहुत ज्यादा पुट राइटिंग दिखी है, हालांकि कॉल राइटर्स गायब हो गए हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेडर्स इस इंडेक्स में तेजी के रुख के साथ एक्सपायरी में जा रहे हैं। इसका मतलब है कि ट्रेडर्स को इस हफ्ते बैंक निफ्टी में बहुत ज्यादा तेजी की उम्मीद है। ICICI Bank के शानदार नतीजों पर मार्केट की प्रतिक्रिया को देखकर ऐसा लगता है कि बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी अच्छी बातों का असर शेयरों पर पड़ चुका है। DSP इनवेस्टमेंट के विनीत साबरे ने सीएनबीसीटीवी18 को बताया कि अगली एक-तो तिमाही में बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन के पीक पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
फर्स्ट रिपब्लिक को होगी मुश्किल
फर्स्ट रिपब्लिक को बेलआउट के लिए काफी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, यह बैंक डूबने से तो बच गया है लेकिन अगले कुछ समय तक इसमें ग्रोथ की उम्मीद नहीं दिखती। इसकी वजह यह है कि इसे अपना वजूद बचाने के लिए बहुत ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी है। जब इस बैंक से डिपॉजिट बाहर जाने लगे तो इसने बहुत ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर फेडरल रिजर्व, फेडरल होम लोन बैंक और JPMorgan Chase से पैसे जुटाए। इसका असर इसके मुनाफा बनाने की क्षमता पर दिखा है।