कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) के लिए पिछला वित्त वर्ष 2023 बहुत शानदार रहा। पिछले वित्त वर्ष इसकी सालाना बिक्री रिकॉर्ड लेवल पर रही। वहीं निर्यात, टर्नओवर और नेट प्रॉफिट के मामले में भी कंपनी नई ऊंचाई पर पहुंच गई। अब चालू वित्त वर्ष 2023-24 भी शानदार दिख रही है। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनले का अनुमान है कि 2023-24 में लीवरेज और मिक्स गेन्स के दम पर इसका मार्जिन और बढ़ सकता है। ब्रोकरेज ने मारुति के लिए जो टारगेट प्राइस दिया है, वह मौजूदा लेवल से करीब 31 फीसदी अपसाइड है। इसके शेयर अभी बीएसई पर 8505 रुपये (Maruti Share Price) पर ट्रेड हो रहे हैं।
Maruti के लिए रिकॉर्डतोड़ रहा FY23, अब ब्रोकरेज ने मुनाफे के लिए सुझाई यह स्ट्रैटजी – maruti suzuki share price may rise fast what should investors do know here maruti target price
Maruti के लिए मॉर्गन स्टैनले का ये है टारगेट
पिछले वित्त वर्ष में इलेक्ट्ऱ़ॉनिक सामानों की किल्लत के बावजूद मारुति की बिक्री रिकॉर्ड लेवल पर रही। इसने एक लाख करोड़ रुपये के टर्नओवर का लेवल पार कर दिया। कंपनी का EBIT मार्जिन वित्त वर्ष 2022-23 में 8.1 फीसदी पर रहा जो 18 तिमाहियों में सबसे अधिक रहा। ऐसे में मॉर्गन स्टैनले ने इसे 11,155 रुपये के टारगेट प्राइस पर ओवरवेट रेटिंग दी है।
आगे कैसा रह सकता है कारोबार
मार्च 2023 तिमाही में कंपनी का सेल्स वॉल्यूम सालाना आधार पर 5 फीसदी की दर से बढ़ा। वहीं EBITDA और नेट प्रॉफिट 38-43 फीसदी बढ़ गया। ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का कहना है कि इसकी मांग मजबूत अच्छी थी और इसके पास ढाई महीने का ऑर्डरबुक है। हालांकि चिप की दिक्कतों के चलते अप्रैल-जून 2023 में इसका प्रोडक्शन सीमित रह सकता है। प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट बर्नस्टीन (Bernstein) का भी मानना है कि मार्च 2023 तिमाही बहुत शानदार रही लेकिन सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों से जून 2023 तिमाही में उत्पादन प्रभावित हो सकता है। बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कारोबार शानदार रहा लेकिन इसका प्रोडक्शन 1.70 लाख यूनिट्स घट गया। मारुति के चेयरमैन आरसी भार्गव ने अनुमान लगाया है कि इस वित्त वर्ष 2023-24 में चिप की किल्लत के चलते उत्पादन प्रभावित हो सकता है लेकिन पिछले वित्त वर्ष से कम झटका रहेगा।