भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी हिंदुस्तान कॉपर (Hindustan Copper) विभिन्न माध्यमों के जरिए करीब 548 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने गुरुवार 11 मई को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 19 मई को होने वाली बैठक में इस बारे में प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने बताया, “बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए एक या अधिक किस्तों में 5 रुपये के फेस वैल्यू वाले 9,69,76,680 इक्विटी शेयर जारी कर फंड जुटाने के प्रस्ताव पर विचार करेगा। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के फैसले के बाद इस निर्णय पर शेयरहोल्डरों से मंजूरी लिया जाएगा।”
Hindustan Copper: हिंदुस्तान कॉपर की 548 करोड़ रुपये जुटाने की योजना, जानें डिटेल्स – Hindustan Copper plans to raise Rs 548 crore through various financial routes
बयान में कहा गया है कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, प्राइवेट प्लेसटमेंट के आधार पर 500 करोड़ रुपये तक गारंटी वाले या बिना गारंटी वाले नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर या बॉन्ड की पेशकश करने, जारी करने या आवंटित करने के प्रस्ताव पर भी शेयरधारकों की मंजूरी लेगा।
मिनिस्ट्री ऑफ माइंस के तहत आने वाली हिंदुस्तान कॉपर देश की कॉपर उत्पादन करने वाली इकलौती वर्टिकल इंटीग्रेटेड कंपनी है। यह खनन के चरण से लेकर बेनिफिशिएशन, गलाने, शोधन और रिफाइंड कॉपर धातु को डाउनस्ट्रीम बिक्री योग्य उत्पादों में ढालने तक कॉपर का निर्माण करती है।
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हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की स्थापना 9 नवम्बर 1967 को की गई थी। इसकी खदानें और प्लांट्स 5 राज्यों में फैले हुए हैं। इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात शामिल है। फिर कंपनी खनन और लाभकारी संचालन पर ध्यान केंद्रित कर रही है और मुख्य रूप से ताम्र कंसंन्ट्रेट बेच रही है । वित्त वर्ष 2021 में, कंपनी ने 1760.84 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 109.98 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था।