पिछले हफ्ते पुनीत चंडोक (Puneet Chandok) ने एमेजॉन वेब सर्विसेज (Amazon Web Services) की भारतीय और दक्षिणी एशियाई इकाई के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद पुनीत प्रतिद्वंद्वी कंरनी माइक्रोसॉफ्ट इंडिया (Microsoft India) में अगली पारी शुरू कर सकते हैं। यह जानकारी मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है। बता दें कि इन दोनों कंपनियों के बीच भारत में क्वाउड सर्विसेज की बढ़ती मांग को लेकर होड़ मची हुई है। अब इसे लेकर सूत्रों ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट ने एमेजॉन के एंप्लॉयी को अपने सर्किल में शामिल कर लिया है। इसके लिए पुनीत और माइक्रोसॉफ्ट के बीच पिछले कुछ महीने से बातचीत चल रही थी। इस मामले में पुनीत और माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है और एमेजॉन वेब सर्विसेज ने अभी तक कोई जवाब नहीं भेजा है।
Microsoft का बड़ा दांव! Amazon Web Services के टॉप एंप्लॉयी को किया अपने पाले में – Puneet Chandok may join Microsoft after leaving Amazon Web Services
Microsoft India में कौन-सी जिम्मेदारी संभालेंगे पुनीत चंडोक
सूत्रों ने यह तो बता दिया है कि पुनीत चंडोक एमेजॉन वेब सर्विसेज इंडिया के बाद अगली पारी माइक्रोसॉफ्ट इंडिया में शुरू करेंगे। हालांकि अभी तक यह नहीं स्पष्ट हो सका है कि वह माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी की जगह लेंगे या कोई नई जिम्मेदारी संभालेंगे। सूत्रों के मुताबिक पुनीत को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। एमेजॉन वेब सर्विसेज इंडिया में वह 31 अगस्त 2023 तक बने रहेंगे। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा कंपनी के इस ऐलान के कुछ ही दिनों बाद किया जिसके तहत यह 2030 तक भारतीय क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 1270 करोड़ डॉलर के निवेश करेगी। इस निवेश से देश में 131700 फुल टाइम इक्विवैलेंट जॉब्स तैयार होंगे।
भारत में क्लाउड सर्विसेज का क्या है भविष्य
एमेजॉन वेब सर्विसेज ने भारत में भारी-भरकम निवेश का ऐलान किया है। इसके अलावा इसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनियां गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल और आईबीएम भी यहां डेटा सेंटर्स और क्लाउड रीजन्स सेटअप कर अपनी उपस्थिति बढ़ा रही हैं। गूगल ने नए डेटा सेंटर्स में 100 करोड़ डॉलर से अधिक निवेश के जरिए भारत में अपने क्लाउड सर्विसेज का विस्तार किया है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी कुछ महीने पहले 15 साल में 15 हजार करोड़ रुपये के निवेश से हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर रीजन बनाने का ऐलान किया।
क्लाउड टेक्नोलॉजी की ग्रोथ को देखते हुए मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर इलेक्ट्रॉनिक एंड आईटी राजीव चंद्रशेखर हाल ही में अपना अनुमान बता चुके हैं कि भारत दुनिया भर में सर्वर्स के लिए सबसे बड़ा मार्केट बन सकता है। रिसर्च फर्म आईडीसी का आकलन है कि 2026 तक देश का पब्लिक क्लाउड सर्विसेज मार्केट 1300 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है क्योंकि कंपनियां क्लाउड की क्षमता को तेजी से यह समझ रही हैं कि इससे उन्हें डिजिटली ट्रांसफॉर्म करने में मदद मिलेगी।