Adani Group News: अदाणी ग्रुप को लेकर दो दिन पहले खुलासा हुआ था कि अमेरिकी नियामक इसके अमेरिकी निवेशकों की जांच कर रही है। इसे लेकर अब ग्रुप ने सफाई दी है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने खुलासा किया था कि अमेरिकी अटार्नी ऑफिस और अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) इसकी जांच कर रही है कि अदाणी ग्रुप ने अमेरिकी निवेशकों से क्या बातचीत की है। इस खुलासे के दो दिन बाद ग्रुप ने 26 जून को एक्सचेंज फाइलिंग में सफाई दी कि उनका डिस्क्लोजर पब्लिक रिकॉर्ड में उपलब्ध है और उसके निवेशकों को अमेरिकी नियामकों ने समन जारी किया है, इसकी जानकारी उसे नहीं है।
अमेरिका में चल रही जांच पर Adani Group की सफाई, कहा- इसकी जानकारी नहीं
ग्रुप का कहना है कि उसने सभी काम नियमों और कानून के मुताबिक ही किए हैं और यह एक रूटीन जांच है। रेगुलेटर्स समय-समय पर कंपनियों से जुड़ी जानकारियां मांगती हैं।
क्या है पूरा मामला
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के झटके से उबरने के लिए अदाणी ग्रुप ने अपनी स्ट्रैटेजी बदली। आक्रामक तौर पर विस्तार की बजाय कंपनी ने पहले कर्ज घटाने की स्ट्रैटजी अपनाई। इसके अलावा निवेशकों के भरोसे को हासिल करने के लिए ग्रुप ने इनवेस्टर रोडशो आयोजित किया जिसके तहत इसने निवेशकों के साथ बैठक की। इन बैठकों में ग्रुप ने अपनी स्ट्रैटजी और ग्रुप की सेहत के बारे में जानकारी दी। अब इसी बैठक के दौरान अमेरिकी निवेशकों से अदाणी ग्रुप ने क्या बातचीत की, इसकी ही जानकारी अमेरिकी अथॉरिटीज मांग रही हैं। इसी पर ग्रुप ने सफाई दी है।
अटकलों से बचने को कहा Adani Group ने
अदाणी ग्रुप का कहना है कि यह स्थानीय नियमों और अकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स के हिसाब से काम करता है। अमेरिका में अथॉरिटीज की जांच पर सफाई के अलावा ग्रुप ने भारत में चल रही जांच पर भी अपना पक्ष रखा है। ग्रुप का कहना है कि सेबी कुछ मामलों की जांच कर रही है और उसने जो सवाल पूछे हैं, उसका जवाब ग्रुप की कंपनियां भेज रही हैं।
अदाणी ग्रुप ने सभी से आग्रह किया है कि इस समय गैर-जरूरी अटकलें न लगाएं और सेबी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करें। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की गठित समिति ने ग्रुप की कंपनियों के शेयरों के भाव में छेड़छाड़ का कोई भी सबूत नहीं पाया। इसके अलावा इस मामले में सेबी को अपनी रिपोर्ट जमा करने के लिए 14 अगस्त तक का समय है।