Yatharth Hospital IPO: यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रामा केयर सर्विसेज के आईपीओ के लिए आखिरी दिन निवेशकों ने जमकर उत्साह दिखाया। पहले दो दिन में 686 करोड़ रुपये का यह इश्यू महज 3.15 गुना सब्सक्राइब हुआ था लेकिन आज यह आंकड़ा 35.73 गुना (खबर लिखे जाने के समय तक) पहुंच गया। क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 81.98 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 38.34 गुन और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 8.19 गुना भरा है। आखिरी दिन ग्रे मार्केट में भी शेयरों की स्थिति मजबूत हुई है।
Yatharth Hospital IPO: आखिरी दिन जमकर लगा पैसा, ग्रे मार्केट में भी चढ़े भाव
यह इश्यू 26 जुलाई को खुला था और उस दिन आईपीओ के प्राइस बैंड के अपर प्राइस से इसके शेयरों की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) 50 रुपये थी लेकिन अब आज यह बढ़कर 65 रुपये पर पहुंच गई। हालांकि बाजार के जानकारों के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए।
एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं
क्रिसिल का अनुमान है कि भारतीय हेल्थकेयर इंडस्ट्री वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2027 के बीच 11.3 फीसदी की हेल्दी सीएजीआर से बढ़ेगी। बीपी इक्विटीज के मुताबिक हेल्थकेयर के बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल इंश्योरेंस की बढ़ते मार्केट से लॉन्ग टर्म में यथार्थ हॉस्पिटल को फायदा मिलेगा। कंपनी की योजना आईपीओ के पैसों से पूरा कर्ज चुकाने की है तो बीपी इक्विटीज का मानना है कि इससे यथार्थ हॉस्पिटल की प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ेगी। ऐसे में ब्रोकरेज ने इसे सब्सक्राइब की रेटिंग दी थी।
कंपनी की डेट-टू-इक्विटी वित्त वर्ष 2023 के आंकड़ों के हिसाब से 1.4 है जो पियर्स के मुकाबले बहुत अधिक है लेकिन इसमें सुधार हुआ है क्योंकि वित्त वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 2.57 पर था। हालांकि सुशील फाइनेंस के मुताबिक यह कंपनी ऐसे सेगमेंट में है, जिसमें काफी कॉम्पटीशन है। इसके अलावा हाई फिक्स्ड कॉस्ट इसकी प्रॉफिटेबेलिटी पर निगेटिव असर पड़ सकता है। इसके अलावा मेडिकल सप्लाई की अनफेवरबेल प्राइसिंग या लागत में बढ़ोतरी से भी इसकी प्रॉफिटेबिलिटी पर असर पड़ सकता है।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
यथार्थ हॉस्पिटल 686 करोड़ रुपये के इस इश्यू के तहत 410 करोड़ रुपये के नए शेयरों की बिक्री होगी और 276 करोड़ रुपये के शेयरों की कंपनी के मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री करेंगे। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से कुछ पैसों का इस्तेमाल पूरा कर्ज चुकाने में होगा। आईपीओ खुलने से पहले मनीकंट्रोल के साथ इंटरव्यू में इसके पूर्णकालिक निदेशक यथार्थ त्यागी ने बताया था कि इस पर बैंकों का 245 करोड़ रुपये का लोन है और इसे पूरा चुकाया जाएगा।
इसके अलावा बाकी पैसों में से 133 करोड़ रुपये से इसके चार मौजूदा अस्पताल के लिए मेडिकल इक्विपमेंट खरीदे जाएंगे। इसमें ऑनकोलॉजी मशीन, सर्जिकल रोबोट्स और बाकी स्टेट-ऑफ-द आर्ट मेडिकल टूल्स शामिल हैं। इसके अलावा करीब 65 करोड़ रुपये को आगे किसी हॉस्पिटल की खरीदारी के लिए अलग रखा जाएगा।
Yatharth Hospital के बारे में डिटेल्स
यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन यानी दिल्ली एनसीआर में तीन सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हैं। इसके अलावा इसने उत्तर प्रदेश के झांसी के पास मध्य प्रदेश के ओरछा में 305 बेड वाले मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल का अधिग्रहण किया है। इस अधिग्रहण के बाद इसकी क्षमता बढ़कर 1,405 बेड की हो गई है। 31 मार्च, 2023 तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से इसमें 609 डॉक्टर हैं।
इसके वित्तीय सेहत की बात करें तो यथार्थ हॉस्पिटल का EBITDA वित्त वर्ष 2021 में 67.01 करोड़ रुपये से 41.29 फीसदी की CAGR से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 13.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका शुद्ध मुनाफा भी वित्त वर्ष 2021 में 19.58 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2022 में 44.16 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 65.76 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2023 में इसकी बेड अकुपेंसी रेट 45.53 फीसदी थी।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।