Jet Airways News: घरेलू विमान कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर आसमान में दिख सकती है। एविएशन रेगुलेटर DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने इसके एयरपोर्ट ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) को रिन्यू कर दिया है यानी कि अब एक बार फिर इसके विमान उड़ान भर सकेंगे। जेट एयरवेज को मिली इस मंजूरी के बारे में जालान-कालरॉक कंसोर्टियम (Jalan-Kalrock Consortium) ने दी। यह कंसोर्टियम जेट एयरवेज की विमान सेवाओं को दोबारा से शुरू करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। बता दें कि खराब वित्तीय स्थिति के चलते जेट एयरवेज की विमान सेवाएं करीब चार साल पहले 2019 में बंद हो गई थी।
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अब आगे क्या?
जेट एयरवेज को अभी विमान सेवाएं शुरू करने की मंजूरी मिली है। जालाना-कालरॉक कंसोर्टियम ने इस पर खुशी जताते हुए डीजीसीए, मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन और सभी स्टेकहोल्डर्स को धन्यवाद कहा है। अब इसकी योजना एक ऐसी स्ट्रैटजी बनाने की है ताकि एक बार जेट एयरवेज सफल हो सके। इसके लिए कंसोर्टियम सभी जरूरी अथॉरिटीड, इंडस्ट्री पार्टनर्स औ स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर काम कर रही है।
26 साल सर्विसेज देने के बाद बिगड़ी Jet Airways की सेहत
जेट एयरवेज की विमान सेवाएं 1993 में शुरू हुई थी। हालांकि फिर करीब 26 साल तक सर्विसेज देने के बाद इसकी वित्तीय सेहत बिगड़ी और 17 अप्रैल 2019 को बंद हो गई। इसकी उड़ानें देश में 65 से अधिक स्थानों और भारत के बाहर 124 स्थानों के लिए होती थीं। वित्तीय सेहत बिगड़ने के बाद एनसीएलटी ने इसे दोबारा शुरू करने के लिए जालान-कालरॉक कंसोर्टियम को जिम्मा सौंपा। हालांकि एक बार फिर जेट एयरवेज की हवाई पट्टी पर लौटने की कोशिशों को झटका लगा जब लेनदारों ने सुप्रीमकोर्ट में 10 जुलाई को कहा कि एनसीएलटी का रिजॉल्यूशन प्लान काम नहीं कर रहा है
लेनदारों ने कहा कि कंसोर्टियम ने अभी तक इसमें एक पैसा नहीं लगाया है तो इसकी संपत्तियों को बेचने की इजाजत दी जाए। जेट एयरवेज पर एसबीआई, पीएनबी, आईडीबीआई, केनरा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक समेत अन्य वित्तीय संस्थाओं का करीब 8 हजार करोड़ रुपये बकाया है। हालांकि कंसोर्टियम इस दिशा में आगे बढ़ रहा है कुछ दिन पहले जतिंदरपाल सिंह ढिल्लों को इसका नया अकाउंटेबल मैनेजर नियुक्त किया। अब आज इसे डीजीसीए से फिर से उड़ान भरने की मंजूरी मिल गई।