Adani Wilmar में हिस्सेदारी बेचेगी Adani Enterprises? इस कारण हो रही तैयारी
Adani Group News: अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ग्रुप की ही एक कंपनी अदाणी विल्मार (Adani Wilmar) में अपनी हिस्सेदारी घटाने वाली है। अदाणी ग्रुप ने इस कंज्यूमर-स्टेपल ज्वाइंट वेंचर को विल्मार इंटरनेशनल के साथ मिलकर शुरू किया था। अब अदाणी एंटरप्राइजेज इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाना चाहती है ताकि वह अपने कोर बिजनेस के पूंजी रख सके। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। जानकारी के मुताबिक गौतम अदाणी (Gautam Adani) के अदाणी ग्रुप की यह कंपनी कुछ महीनों से अदाणी विल्मर में अपनी 44 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री पर विचार कर रही है। मौजूदा शेयर भाव के हिसाब से अदाणी विल्मार में ग्रुप की वैल्यू करीब 270 करोड़ डॉलर की है। अभी इसे लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है। वहीं अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने इसे लेकर कहा कि ग्रुप स्पेक्युलेशन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है। विल्मार के प्रतिनिधि ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
पिछले साल आया था Adani Wilmar का IPO
अडानी विल्मर ने पिछले साल 2022 में आईपीओ के जरिए 3600 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस आईपीओ के तहत निवेशकों को 230 रुपये में शेयर जारी हुए थे और एंप्लॉयीज को 21 रुपये का डिस्काउंट मिला था। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के चलते इसके शेयर धड़ाम से गिर गए थे। हालांकि फिर इसमें रिकवरी दिखी और फिलहाल इसके शेयर 280.25 रुपये पर हैं। यह बीएसई पर 8 अगस्त 2023 का बंद भाव है। पिछले साल 22 अगस्त 2022 को यह एक साल के हाई 432.80 रुपये पर था।
अदाणी विल्मर फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेक्टर की कंपनी है। यह एडिबल ऑयल्स, गेहूं का आटा, चावल, दाल और चीनी जैसी किचन से जुड़ी कमोडिटीज की बिक्री करती है। यह कंपनी 1999 में बनी थी। कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 10 हजार से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स के जरिए इसकी पहुंच 11.4 करोड़ से अधिक परिवारों तक है। इसके कारोबारी प्रतिस्पर्धी की बात करें तो इसे आईटीसी (ITC) और हिंदुस्तान यूनीलीवर (Hindustan Unilever) टक्कर देती हैं। जून तिमाही में इसे 79 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था। मैनेजमेंट के मुताबिक खाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट और इंवेंटरी की बढ़ती लागत के चालत इसका घाटा बढ़ा।