TVS Supply Chain लंबी अवधि के कर्ज चुकाएगी, लेकिन कर्जमुक्त नहीं होगी, कंपनी के मैनेजमेंट ने बताया


TVS Supply Chain जल्द कर्जमुक्त होने नहीं जा रही है। वह वर्किंग कैपिटल का कर्ज बनाए रखना चाहती है। आईपीओ से पहले बातचीत में कंपनी के एक्जिक्यूटिव वाइस चेयरमैन आर दिनेश और मैनेजिंग डायरेक्टर रवि विश्वनाथन ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आईपीओ से जो पैसे आएंगे उसका इस्तेमाल कंपनी लंबी अवधि के कर्ज को खत्म करने के लिए करेगी। इससे ग्रोथ के अगले चरण में कंपनी के लिए काफी संभावनाएं होंगी। टीवीएस सप्लाई चेन पर 1,700 करोड़ रुपये का कर्ज है। आईपीओ से हासिल 600 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए होगा।

कंपनी के आईपीओ का साइज 880 करोड़ रुपये है। लेकिन, कंपनी 600 करोड़ रुपये के ही नए शेयर जारी करेगी। 280 करोड़ रुपये इसमें ओएफएस के शामिल हैं। इसका मतलब यह है कि कंपनी के प्रमोटर अपने शेयर बेचेंगे, जिससे 280 करोड़ रुपये उनकी जेब में जाएंगे। कंपनी के शुद्ध कर्ज और EBIDA का अनुपात बढ़ा है। यह अब 3.05 गुना हो गया है, जो FY22 में 2.92 गुना था। कंपनी अपने कर्ज को बढ़ाना नहीं चाहती है। इसकी वजह यह है कि कंपनी ने अपनी पर्याप्त क्षमता विकसित कर ली है।

टीवीएस सप्लाई चेन के मैनेजमेंट ने बताया कि FY20 से FY23 के दौरान कंपनी का EBITDA 243 करोड़ रुपये से बढ़कर 700 करोड़ रुपये हो गया है। इनवेंट्री लेवल काफी बढ़ा है। मैनेजमेंट ने बताया कि नेट वर्किंग कैपिटल में बड़ी गिरावट आई है। यह घटकर अब 18 दिन पर आ गया है। मैनेजमेंट का मानना है कि रेवेन्यू ग्रोथ, EBITDA, एक्सपैंशन, इम्प्रूव्ड इनवेंट्री टर्म और नेट वर्किंग मैनेजमेंट से कैपिटल स्ट्रेटेजी का मजबूत फाउंडेशन तैयार होता है।

कंपनी अभी अपने कैपिटल का इस्तेमाल मुख्य रूप से वेयरहाउस आउटफिटिंग, लीजिंग वायरहाउस और ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशंस के लिए ट्रकों की लीजिंग के लिए करती है। इसने कस्टमर्स बनाने के लिए काफी निवेश किया है। इसने 2008 में अधिग्रहण किया था। इसने 2012 में अधिग्रहण किया। आखिरी बार उसने 2018-19 में अधिग्रहण किया था। इससे यह पूरे एशिया में अपना ग्लोबल नेटवर्क बनाने में कामयाब हुई है।

मैनेजमेंट ने बताया कि कंपनी की क्षमता बढ़ाने का काम करीब पूरा हो गया है। पिछले तीन साल में कंपनी ने ऑर्गेनिक ग्रोथ पर ध्यान दिया है। कंपनी ने आफ्टरमार्केट सपोर्ट, प्रोडक्शन चेन सपोर्ट और पैन-एशइया ग्लोबल फॉरवॉर्डिंग नेटवर्क बनाने के लिए जरूरी अधिग्रहण किए थे।



Source link

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *