बाजार को जहां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के IPO का बेसब्री से इंतजार है, वहीं NSE के बॉस आशीष कुमार चौहान का कहना है कि मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को अब भी इस IPO को लेकर ‘कुछ आशंकाएं’ हैं। एक कार्यक्रम के मौके पर इस बारे में पूछे जाने पर चौहान का कहना था, ‘जैसा कि आप सभी जानते हैं, NSE में दिक्कते थीं और शर्तें पूरी करने को लेकर हमारे बारे में सेबी को कुछ आशंकाएं हैं। ‘
NSE के CMD ने कहा, SEBI की चिंताओं की वजह से नहीं आ पा रहा है एक्सचेंज का IPO
उन्होंने कहा, ‘भारत में निवेशकों की मौजूदा संख्या 7.5 करोड़ है और आने वाले समय में इसमें दो या तीन गुना बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में सेबी को हमारी प्रोसेस, टेक्नोलॉजी और नीयत में भरोसा होना जरूरी है। जब सेबी इन चीजों को लेकर आश्वस्त हो जाएगा, तब वह हमें आईपीओ के लिए अप्लाई करने को कहेगा और हम इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।’
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़ा मामला सामने आने की वजह से एक्सचेंज की लिस्टिंग का मामला कई साल से अटका पड़ा है। साल 2015 में को-लोकेशन घोटाले में स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व एग्जिक्यूटिव की भूमिका सामने आने और तकनीकी गड़बड़ियों जैसे मामलों की वजह से NSE की लिस्टिंग में देरी हो रही है।
साल 2021 में NSE की साइटों में हुई तकनीकी गड़बड़ी की वजह से स्टॉक एक्सचेंज में कई घंटे तक ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया था। चौहान ने कहा, ‘IPO लॉन्च करना अच्छी चीज है, क्योंकि इससे किसी कंपनी का कॉरपोरेट गवर्नेंस बेहतर होता है…यही वजह है कि NSE जैसी पब्लिक कंपनियों को लिस्ट होना चाहिए। मार्केट रेगुलेटर को जब ठीक लगेगा, तब हम इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।’
जून 2023 तिमाही में NSE का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना 9 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 1,844 करोड़ रुपये रहा। संबंधित अवधि में एक्सचेंज की कंसॉलिडेटेड इनकम 13 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 2,987 करोड़ रुपये रही।