मोनो फार्माकेयर (Mono Pharmacare) के IPO को पहले ही दिन यानी 28 अगस्त को 100% से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी का IPO 53 लाख शेयरों के लिए पेश किया गया था, जबकि पहले दिन 55.20 लाख शेयरों के लिए बिड मिली यानी इसे 1.04 गुना सब्सक्रिप्शन मिला।
Mono Pharmacare IPO: पहले ही दिन कंपनी के इश्यू को मिला 1.04 गुना सब्सक्रिप्शन
रिटेल इनवेस्टर्स ने अपने लिए आवंटित कोटे से 2.33 गुना ज्यादा शेयर खरीदे, जबकि हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) के लिए अलग किए हिस्से को 11 पर्सेंट सब्सक्रिप्शन मिला। हालांकि, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स ने इस इश्यू के लिए अब तक बिडिंग शुरू नहीं की है।
मोनो फार्माकेयर फार्मास्युटिकल प्रॉडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन का काम करती है। कंपनी के इश्यू का कुल साइज 53 लाख शेयर है और इनमें से 2.76 लाख शेयर बैंकों या वित्तीय संस्थानों के लिए रिजर्व रखे गए हैं। इसके बाद, नेट इश्यू साइज 50.24 लाख शेयरों का है। इनमें से 10 पर्सेंट शेयर (5,02,400 शेयर) क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित रखे गए हैं, जबकि बाकी 90 पर्सेंट को हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (22,60,800 शेयर) और रिटेल इनवेस्टर्स (22,60,800) में बांट दिया गया है।
अहमदाबाद की इस कंपनी का इरादा 53 लाख शेयरों के IPO के जरिये (अपर प्राइस बैंड पर) 14.84 करोड़ रुपये जुटाना है, जिनमें सिर्फ नए शेयर होंगे। इस ऑफर के लिए प्राइस बैंड 26-28 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। कंपनी का IPO 30 अगस्त को बंद हो जाएगा।
मोनो फार्माकेयर इस रकम का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य खर्चों के लिए करेगी। कंपनी फार्मास्युटिकल प्रॉडक्ट्स बनाने के लिए कई कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ मिलकर काम करती है और इन प्रॉडक्ट्स को अपने ब्रांड डीएलएस एक्सपोर्ट (DLS Export) के तहत बेचती है।
28 फरवरी, 2023 के मुताबिक, 168 फार्मास्युटिकल कंपनियां, मोनो फार्माकेयर के डिस्ट्रीब्यूटर और स्टॉकिस्ट के तौर पर काम कर रही थीं। कंपनी 3,036 ग्राहकों या वेंडरों से भी जुड़ी है, जो रिटेल फार्मेसी स्टोर या होलसेलर इकाइयां हैं।