Saroja Pharma IPO : फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट ट्रेडर सरोजा फार्मा इंडस्ट्रीज इंडिया के आईपीओ में सब्सक्रिप्शन का आज पहला दिन है। आज 31 अगस्त को इश्यू अब तक 48 फीसदी तक सब्सक्राइब हो गया है। इस आईपीओ को करीब 4.33 लाख इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं, जबकि ऑफर पर 10.84 लाख शेयर हैं। यह ऑफर 5 सितंबर को बंद हो जाएगा। इस आईपीओ के लिए 84 रुपये प्रति शेयर का प्राइस तय किया गया है। कंपनी का इरादा 10.84 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री से 9.11 करोड़ रुपये जुटाने का है
Saroja Pharma IPO : पहले दिन अब तक 48% सब्सक्राइब हुआ इश्यू, रिटेल निवेशकों का हिस्सा पूरी तरह भरा
अलग-अलग कैटेगरी का हाल
इस आईपीओ में सबसे ज्यादा दिलचस्पी रिटेल निवेशकों ने दिखाई है और उनके लिए रिजर्व हिस्सा पूरी तरह भर गया है। खुदरा निवेशकों ने अपने आरक्षित हिस्से के 1.03 गुना शेयर खरीदे हैं। वहीं, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल के हिस्से को 4 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला है। कंपनी ने मार्केट मेकर के लिए इश्यू के 54,400 इक्विटी शेयर आरक्षित किए हैं, और शेष 10,30,400 शेयरों में से आधा हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए और अन्य 50 फीसदी हिस्सा हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल के लिए रिजर्व है।
आईपीओ से जुड़ी डिटेल
इस आईपीओ के तहत केवल फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए गए हैं। यानी इसमें OFS के तहत कोई बिक्री नहीं होगी। इश्यू के लिए 1600 शेयरों का लॉट साइज तय किया गया है। यानी निवेशक कम से कम 1,600 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 1,600 शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं। इसका मतलब है कि खुदरा निवेशकों को कम से कम 134,400 रुपये का निवेश करना होगा।
आईपीओ शेड्यूल के मुताबिक शेयरों की लिस्टिंग एनएसई के इमर्जिंग प्लेटफॉर्म पर 13 सितंबर को होगी। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट इस इश्यू की मर्चेंट बैंकर है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज ऑफर की रजिस्ट्रार है।
कंपनी के बारे में
कंपनी प्रमुख रूप से फार्मास्युटिकल बिजनेस में लगी हुई है। इसमें कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग के तहत निर्मित फार्मास्युटिकल फिनिश्ड फॉर्मूलेशन और प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग, ट्रेडिंग और थर्ड पार्टी डिस्ट्रिब्यूशन शामिल है। इसकी मौजूदगी पाकिस्तान, यूके, जॉर्डन, सिंगापुर, बेलारूस, उरुग्वे, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, मिस्र, नीदरलैंड, आयरलैंड और केन्या जैसे देशों में है।
फार्मा प्रोडक्ट्स ट्रेडर कॉस्ट इफेक्टिव कृमिनाशक मानव उष्णकटिबंधीय और पशु चिकित्सा दवा बनाने की योजना बना रहे हैं। इसलिए, यह महाराष्ट्र के नासिक में 23 करोड़ रुपये की लागत से एक विनिर्माण इकाई स्थापित कर रही है।