IDFC First की वैल्यू अब यूनियन बैंक और केनरा बैंक से ज्यादा, शेयर रिकॉर्ड हाई पर

निजी सेक्टर का आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) का शेयर इस साल करीब 61 फीसदी मजबूत हुआ है। अब यह देश में 10 सबसे अधिक वैल्यू वाले लिस्टेड बैंकों में शुमार हो चुका है। 4 सितंबर को वैल्यू के आंकड़ों के हिसाब से इसने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) और केनरा बैंक (Canara Bank) को भी पछाड़ दिया है। 4 सितंबर को शेयरों के क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से इसका फुल मार्केट कैप 65,325 करोड़ रुपये है। बीएसई पर 4 सितंबर के क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का मार्केट कैप 65,251 करोड़ रुपये और केनरा बैंक का मार्केट कैप 61,081.77 करोड़ रुपये है। 12 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ सबसे अधिक वैल्यू वाला बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) है।

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शेयरों की क्या है हालत

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयरों की बात करें तो इसके शेयर आज इंट्रा-डे में दो फीसदी से अधिक उछलकर 100.74 रुपये पर पहुंच गए। हालांकि मुनाफावसूली के चलते भाव में सुस्ती आई और फिलहाल यह रेड जोन में आ गया है। इसके शेयर अभी बीएसई पर 0.22 फीसदी की गिरावट के साथ 98.23 रुपये (IDFC First Bank Share Price) पर ट्रेड हो रहे हैं। इस साल यह 61 फीसदी मजबूत हुआ है जो सभी लिस्टेड सरकारी और निजी बैंकों में सबसे तेज है।

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इसमें तेजी का यह रुझान आईडीएफसी के जल्द विलय होने और 1 सितंबर को एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल होने के चलते है। इस इंडेक्स में शामिल होने के चलते बैंक में 17-18 करोड़ डॉलर का निवेश आ सकता है। इसके अलावा जीक्यूजी के राजीव जैन ने इसके 17.1 करोड़ शेयर यानी 2.58 हिस्सेदारी करीब 1527 करोड़ में खरीदी, जिससे शेयरों को सपोर्ट मिला है।

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IDFC First Bank के शेयरों में अब आगे क्या है रुझान

निवेशक इसमें पैसे लगा रहे हैं लेकिन कुछ एनालिस्ट्स अभी इसके परफॉर्मेंस को नजदीकी से देख रहे हैं। कई मानकों पर बैंक ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन इसे लेकर दिलचस्पी बनी हुई है कि कब तक। बैंक के सीईओ वी वैद्यनाथन का पहले ग्रोथ पर ही फोकस था लेकिन अब एनालिस्ट्स के मुताबिक ग्रोथ और मुनाफे, दोनों को साथ लेकर वह चल रहे हैं। घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज इस बात को लेकर काफी उत्साहित हैं कि बैंक ने एसेट क्वालिटी, नए कारोबार, हर सेगमेंट में लागत के हिसाब से आय, ऑपरेटिंग से जुड़े बाकी खर्च इत्यादि सभी को लेकर खुलासा कर दिया है।

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ब्रोकरेज ने अब वित्त वर्ष 2026 के अनुमान भी पेश कर दिए हैं। ऐसे समय में जब नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NIM) या RoA (रिटर्न ऑन एसेट) चरम पर है और ग्रोथ सामान्य है, ब्रोकरेज के मुताबिक आईडीएफसी फर्स्ट बैंक बेहतर स्थिति में है क्योंकि इसका एनआईएम स्थाई है और आरओए सुधर रहा है, ग्रोथ आउटलुक भी शानदार है। ब्रोकरेज ने इसकी 105 रुपये के टारगेट प्राइस पर ऐड रेटिंग बरकरार रखी हुई है।

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