देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स कंपनी पेटीएम (Paytm) के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) अब इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि कंपनी मुनाफे की तरफ बढ़ रही है तो ऐसा कोई दिन नहीं होगा जब वह पेटीएम में अधिक हिस्सेदारी नहीं खरीदेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अब पेटीएम का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर एक भारतीय है और यह भारतीय वह खुद हैं। उन्होंने इसे निश्चित तौर पर एक बड़ी उपलब्धि कहा। पेटीएम के फाउंडर ने ये बातें सोमवार को ब्लूमबर्ग न्यूज को दिए इंटरव्यू में कही।
Paytm के मालिक विजय शेखर की कोशिश, मौका मिलने पर और खरीदेंगे शेयर
सबसे बड़े शेयरहोल्डर के भारतीय होने से क्या हुआ फायदा?
पेटीएम ब्रांड की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशन्स (One97 Communications) ने चीन के ऐंट ग्रुप (Ant Group) से शेयरों की खरीदारी की है जिसके बाद वह पेटीएम के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए। रविवार को किए गए खुलासे के हिसाब से विजय शेखर के पास अब कंपनी की 19.42 फीसदी हिस्सेदारी है और ऐंटफिन के पास अब 9.9 फीसदी हिस्सेदारी है। किसी भारतीय के पेटीएम का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बनने से फायदा यह हुआ कि अब दोनों देशों यानी भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ने की स्थिति में दिग्गज टेक कंपनी में चीन की हिस्सेदारी अधिक होने पर जो चिंता रहती है, वह दूर हो गई।
Paytm के कारोबार की क्या है स्थिति
पेटीएम के सीईओ का कहना है कि यह प्रॉफिटेबिलिटी की तरफ बढ़ रही है और कारोबार की बात करें तो यह क्रेडिट ऑफरिंग समेत पेमेंट बिजनेस पर ध्यान बनाए रखेगी। कंपनी ने ऑपरेटिंग प्रॉफिटेबिलिटी लेवल फरवरी में ही हासिल कर लिया था। अब कंपनी की योजना हर पैसे के खर्च पर कमाई पर फोकस किए हुए है लेकिन विजय शेखर ने इसके लिए कोई टाइमलाइन नहीं बताया कि यह कब तक हो जाएगाा।
जुलाई-अगस्त में पेटीएम के मासिक यूजर्स बढ़कर औसतन 9.4 करोड़ पर पहुंच गए और लोन डिस्बर्समेंट्स भी दोगुने से अधिक बढ़कर 10710 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सोमवार को पेटीएम ने 12 डॉलर की एक डिवाइस पेश की है जिससे एक क्यूआर कोड स्कैन कर या रीडर पर कार्ड टैप कर ग्राहक पेमेंट कर सकेंगे और दुकानदार के खाते में पैसे आने पर यह सूचना देगा।