सिप्ला लिमिटेड (Cipla Ltd) में स्टेक सेल का मामला अटक गया है। मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि संभावित खरीदारों को कंपनी के वैल्यूएशन पर ऐतराज है। कंपनी के मालिकाना वाली फैमिली ने कंपनी का वैल्यूएशन 1.09 लाख करोड़ रुपये (13.1 अरब डॉलर) तय किया है।
Cipla की प्रमोटर फैमिली के स्टेक सेल का मामला अटका, वैल्यूएशन को लेकर सहमति नहीं होने से आगे बढ़ नहीं पा रही बात
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी से जुड़े फैमिली मेंबर्स और संभावित खरीदारों (इंडस्ट्री से जुड़ी कंपनियां और प्राइवेट इक्विटी फर्में) के बीच बात आगे नहीं बढ़ रही है, क्योंकि फैमिली मेंबर्स 1,350 रुपये प्रति शेयर की मांग कर रहे हैं। यह कीमत शेयरों की 13 सितंबर की क्लोजिंग प्राइस से 10 पर्सेंट प्रीमियम पर है।
सिप्ला के शेयरों में फैमिली शेयरहोल्डर ग्रुप यानी प्रमोटर ग्रुप की 33 पर्सेंट हिस्सेदारी है। 13 सितंबर को कंपनी के शेयरों के भाव के हिसाब से यह रकम तकरीबन 4 अरब डॉलर है। सीएनबीसी-टीवी 18 (CNBC-TV18) ने 27 जुलाई को खबर दी थी कि हामिद फैमिली कंपनी में मौजूद अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है। इसके बाद से कंपनी के शेयरों में तकरीबन 16 पर्सेंट की बढ़ोतरी हो चुकी है।
सूत्रों का कहना था कि परिवार के सदस्य सिप्ला में मौजूद अपनी सारी या कुछ हिस्सेदारी बेच सकते हैं। सिप्ला की स्थापना 1935 में कंपनी के नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन यूसुफ के. हामिद के पिता ने मुंबई में की थी। अफ्रीका में सस्ती और जेनरिक एचआईवी दवाओं की बिक्री से कंपनी दुनिया भर में मशहूर हो गई। सूत्रों के मुताबिक, स्टेक बेचने को लेकर बातचीत अभी भी चल रही है और इस बारे में अब तक कोई फैसला नहीं हुआ। फैमिली मेंबर्स अभी भी अपनी मांग बढ़ा सकते हैं या स्टेक नहीं बेचने का फैसला कर सकते हैं। इस बारे में पूछे जाने पर कंपनी के प्रवक्ता ने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
कोविड-19 के दौरान सिप्ला की सेल्स में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली थी। दरअसल, कंपनी के पास भारत और दक्षिण अफ्रीका समेत 127 देशों में कोविड के इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर (remdesivir) की मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग का लाइसेंस था। कंपनी की 80 से भी ज्यादा देशों में मौजूदगी है और इसके पास अलग-अलग बीमारियों से जुड़े 1,500 से भी ज्यादा प्रॉडक्ट हैं। सिप्ला की एग्जिक्यूटिव वाइस-चेयरपर्सन समीना हामिद इस कारोबारी फैमिली की तीसरी पीढ़ी हैं। उनके पिता एम के हामिद कंपनी के नॉन-एग्जक्यिटिव वाइस चेयरमैन हैं।