JSW Infrastructure IPO : 25 सितंबर को खुलेगा इश्यू, 2800 करोड़ रुपये जुटाने का है इरादा


JSW Infrastructure IPO : जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर का आईपीओ 25 सितंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। निवेशकों के पास इसमें 27 सितंबर तक निवेश का मौका है। यह 13 सालों में जेएसडब्ल्यू ग्रुप का पहला इनिशियल पब्लिक ऑफर होगा। कंपनी आईपीओ के जरिए 2800 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इस आईपीओ के तहत पूरी तरह से फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, यानी इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कोई बिक्री नहीं होगी। कंपनी ने इस साल मई में सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे और कुछ दिन पहले उसे इसकी मंजूरी मिली है।

आईपीओ से जुड़ी डिटेल

इश्यू के लिए प्राइस बैंड की घोषणा जल्द ही की जाएगी। यह ऑफर एक बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से की जा रही है, जहां इश्यू का 75 फीसदी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए और 10 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। जेएम फाइनेंशियल, एक्सिस कैपिटल, क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज, DAM कैपिटल एडवाइजर्स, HSBC सिक्योरिटीज, ICICI सिक्योरिटीज, कोटक महिंद्रा कैपिटल और एसबीआई कैपिटल इस इश्यू के बैंकर हैं। KFin Technologies रजिस्ट्रार है।

कहां होगा फंड का इस्तेमाल

देश के दूसरे सबसे बड़े कमर्शियल पोर्ट ऑपरेटर जेएसडब्ल्यू इंफ्रा इश्यू से प्राप्त आय का इस्तेमाल अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियों, जेएसडब्ल्यू धरमतार पोर्ट और जयगढ़ पोर्ट के कर्ज का भुगतान करने के लिए करेगी। इसके अलावा, कंपनी ने दो अन्य सब्सिडियरी कंपनियों जेएसडब्ल्यू जयगढ़ पोर्ट और जेएसडब्ल्यू मैंगलोर कंटेनर टर्मिनल के कैपिटल एक्सपेंडिचर को फंड करने की योजना बनाई है।

कंपनी के बारे में

FY21-23 के दौरान स्थापित कार्गो हैंडलिंग कैपिसिटी और कार्गो वॉल्यूम में वृद्धि के मामले में जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे तेजी से बढ़ती पोर्ट-रिलेटेड इंफ्रा कंपनी है। यह FY23 में कार्गो हैंडलिंग कैपिसिटी के मामले में दूसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक कमर्शियल पोर्ट ऑपरेटर है।

JSW Infra के पास मोर्मुगाओ गोवा में एक पोर्ट कन्सेशन थी, जिसे उसने 2002 में हासिल किया था। इस पोर्ट में 2004 में ऑपरेशन शुरू हुआ था। कंपनी का ऑपरेशन पूरे भारत में 31 दिसंबर 2022 तक नौ पोर्ट कन्सेशन तक विस्तारित हो गया है, जिससे यह एक डायवर्सिफाइड मैरीटाइम पोर्ट एंटिटी बन गया है। पोर्ट कन्सेशन एक कॉन्ट्रैक्ट है जिसमें सरकार एक पोर्ट को संचालित करने का अधिकार एक प्राइवेट एंटरप्राइजेज को ट्रांसफर करती है।

फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

JSW Infra का राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 में 1,143 करोड़ रुपये से दोगुना से अधिक बढ़कर वित्त वर्ष 22-23 में 2,273 करोड़ रुपये हो गया है। जून 2023 को समाप्त तीन महीनों में ऑपरेशन से कंपनी का राजस्व सालाना 7% बढ़कर 878 करोड़ रुपये हो गया, जबकि नेट प्रॉफिट 68% बढ़कर 322 करोड़ रुपये हो गया। भारत में इसकी स्थापित कार्गो हैंडलिंग कैपिसिटी FY21-23 से 15.27% की सीएजीआर से बढ़ी। इसी अवधि के दौरान भारत में कार्गो वॉल्यू 42.76% की सीएजीआर पर पहुंच गई।

JSW Group के बारे में

23 अरब अमेरिकी डॉलर वाले JSW ग्रुप को देश के प्रमुख बिजनेस हाउस में शुमार किया जाता है। JSW की स्टील, एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट, पेंट्स, वेंचर कैपिटल और स्पोर्ट्स सहित अन्य सेक्टर्स में स्थायी मौजूदगी है।



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