मनोज वैभव जेम्स ‘एन’ ज्वैलर्स ने 22 सितंबर को खुलने वाले अपने आईपीओ (Manoj Vaibhav Gems ‘N’ Jewellers IPO) के लिए प्राइस बैंड की घोषणा कर दी है। यह प्राइस बैंड 204-215 रुपये प्रति शेयर रहेगा। मनोज वैभव जेम्स ‘एन’ ज्वैलर्स को वैभव ज्वैलर्स के नाम से भी जाना जाता है। आईपीओ 26 सितंबर 2023 को बंद होगा। एंकर निवेशक इस IPO के लिए 21 सितंबर से बोली लगा सकेंगे। अनुमान है कि एंकर बुक क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) हिस्से के 60 प्रतिशत तक हो सकती है। वैभव ज्वैलर्स का लक्ष्य IPO से अपर प्राइस बैंड पर 270.2 करोड़ रुपये जुटाने का है। इस IPO में 210 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। साथ ही प्रमोटर ग्रांधी भरत मल्लिका रत्ना कुमारी (HUF) की ओर से 60.2 करोड़ रुपये कीमत वाले 28 लाख शेयरों की बिक्री ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए होगी।
Vaibhav Jewellers IPO: 22 सितंबर से खुल रहे इश्यू के लिए प्राइस बैंड सेट, ये है डिटेल
कंपनी ने ऑफर साइज का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा, इश्यू साइज का 15 प्रतिशत हिस्सा उच्च नेटवर्थ वाले व्यक्तियों (नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स) के लिए और शेष 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है। निवेशक न्यूनतम 69 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 69 शेयरों के मल्टीप्लाई में बोली लगा सकते हैं। वैभव ज्वैलर्स की मौजूदगी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में है। 8 कस्बों और 2 शहरों में इसके 13 शोरूम हैं, जिनमें दो फ्रेंचाइजी शोरूम भी शामिल हैं। यह पूरी तरह से प्रमोटर्स के स्वामित्व वाली कंपनी है।
कैसे होगा IPO से कमाई का इस्तेमाल
IPO के तहत फ्रेश इक्विटी शेयरों से होने वाली आय का इस्तेमाल मुख्य रूप से वित्त वर्ष 2023-24 और वित्त वर्ष 2024-25 में प्रस्तावित 8 नए शोरूम की स्थापना के लिए किया जाएगा। इन शोरूम्स पर 172 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके बाद फ्रेश इश्यू से आए बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
कब होगी शेयरों की लिस्टिंग
वैभव ज्वैलर्स के IPO के लिए बजाज कैपिटल और एलारा कैपिटल (इंडिया) मर्चेंट बैंकर हैं, जबकि बिगशेयर सर्विसेज इस ऑफर के लिए रजिस्ट्रार है। ब्रांड बीएसई के परामर्श से 3 अक्टूबर तक आईपीओ शेयरों के आवंटन के आधार को अंतिम रूप देने जा रहा है और 5 अक्टूबर तक सफल निवेशकों के डीमैट खातों में इक्विटी शेयर क्रेडिट कर देगा। वहीं असफल निवेशकों के बैंक खातों में 4 अक्टूबर तक रिफंड जमा कर दिया जाएगा। बीएसई और एनएसई पर ब्रांड के इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग 6 अक्टूबर को होगी।