ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) अपने 70 करोड़ डॉलर के IPO के लिए अक्टूबर के आखिर तक मार्केट रेगुलेटर को जरूरी दस्तावेज सौंप सकती है। मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि ई-स्कूटर बनाने वाली यह कंपनी अपने लिस्टिंग प्लान को तेज करने की तैयारी में है। ओला इलेक्ट्रिक के निवेशकों में सिंगापुर का टेमासेक (Temasek) और जापान का सॉफ्टबैंक (SoftBank) शामिल है। हाल की फंडिंग के दौरान कंपनी का वैल्यूएशन 5.4 अरब डॉलर तय किया गया था।
IPO के लिए अक्टूबर तक मार्केट रेगुलेटर को जरूरी दस्तावेज सौंप देगी Ola Electric
सूत्रों के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक के एग्जिक्यूटिव ने बैंकरों और वकीलों को भेजी गई ईमेल में IPO के लिए प्राथमिकता के आधार पर 5 हफ्ते की समयसीमा का पालन करने को कहा है। यह ईमेल कोटक (Kotak) और आईसीआईसीआई (ICICI) की इनवेस्टमेंट बैंकिंग यूनिट के साथ-साथ बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) और गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) को भी भेजी गई है।
ओला इलेक्ट्रिक और कोटक ने इस सिलसिले में पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दिए, जबकि बाकी तीन बैंकों ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि ओला के इस IPO प्रोजेक्ट का कोडनेम ‘प्रोजेक्ट हिमालय’ रखा गया है और बैंकरों और वकीलों से लंबी छट्टी नहीं लेने का अनुरोध किया गया है, ताकि इस इश्यू का काम बाधित नहीं हो। IPO लाने वाली भारतीय कंपनियां आम तौर पर सीनियर बैंकरों और वकीलों को छुट्टी नहीं लेने से जुड़ा निर्देश नहीं जारी करती हैं।
IPO से जुड़े दस्तावेज संबंधित इकाई को सौंपे जाने के बाद मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) इन दस्तावेजों की समीक्षा करेगा और इस सिलसिले में पूछताछ भी कर सकता है। इससे साफ है कि कंपनी की लिस्टिंग में अभी कुछ महीने लग सकते हैं। एक सूत्र ने बताया कि ओला इलेक्ट्रिक जनवरी या फरवरी में IPO रोडशो का टारगेट तय कर सकती है। ओला इलेक्ट्रिक, ई-स्कूटर सेगमेंट में भारत की अग्रणी कंपनी है और इस सेगमेंट में कंपनी की 30% हिस्सेदारी है। हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक अब भी नुकसान में है। मार्च 2023 को खत्म वित्त वर्ष में कंपनी का ऑपरेटिंग लॉस 13.6 करोड़ डॉलर था।