EMS IPO Listing: वाटर और वेस्टवाटर सर्विसेज मुहैया कराने वाली EMS के आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और उसी हिसाब से इसकी मार्केट में एंट्री भी धमाकेदार रही। इसका आईपीओ 67 गुना से अधिक भरा था। इसके शेयर ₹211 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं। आज कमजोर मार्केट में भी BSE पर इसकी 281.55 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 33 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन (EMS Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद भी शेयरों की तेजी थमी नहीं है। फिलहाल यह 285.50 रुपये के भाव (EMS Share Price) पर है यानी कि आईपीओ निवेशक 35 फीसदी से अधिक फीसदी मुनाफे में हैं।
EMS IPO Listing: 33% प्रीमियम पर एंट्री के बाद और चढ़ रहा शेयर, आईपीओ के पैसों का ऐसे होगा इस्तेमाल
EMS IPO को कैसा रिस्पांस मिला था
ईएमएस का 321.24 करोड़ रुपये का आईपीओ 8-12 सितंबर तक खुला था। इसे निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 67.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 149.98 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 84.39 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 30.55 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹146.24 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 82,94,118 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल के तहत जो शेयर जारी हुए हैं, उसका पैसा कंपनी को नहीं मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल यह वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने में करेगी।
EMS के बारे में
2012 में बनी इस कंपनी का नाम पहले EMS Infracon था। यह वाटर प्लांट, वेस्टवाटर ट्रीटमेंट, सीवरेज इत्यादि से जुड़ी सर्विसेज मुहैया कराती है। इसका वित्तीय सेहत पिछले तीन वित्त वर्षों से लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 71.91 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले ही वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 78.93 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 108.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि इसका कर्ज लेवल भी बेतहाशा बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में 3.16 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2022 में 3.71 करोड़ रुपये के मुकाबले पिछले वित्त वर्ष में टोटल कर्ज बढ़कर 45.40 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।