Nazara Tech Share Price: भारत में ग्लोबल गेमिंग हब बनने की क्षमता है और इसी को भुनाने के लिए नजारा टेक ने आज एक नया गेम पब्लिशिंग डिविजन Nazara Publishing लॉन्च किया है। इस डिविजन के जरिए कंपनी की योजना दुनिया भर में भारतीय डेवलपर्स के गेम पब्लिश करने की है तो दूसरी तरफ इसके जरिए विदेशी डेवलपर्स को भारतीयों के मुताबिक गेम तैयार करने और फिर इन गेम्स को यहां लाने के लिए प्लेटफॉर्म देने की योजना है। हालांकि रेखा झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) के पोर्टफोलियो में शामिल नजारा टेक (Nazara Tech) की इस पहल का मार्केट ने स्वागत नहीं किया। इसके शेयर बीएसई पर करीब 1 फीसदी टूटकर 785 रुपये पर आ गए। इसके बाद भाव में मामूली रिकवरी हुई है और फिलहाल यह 786 रुपये के भाव पर है। रेखा की इसमें 8.99 फीसदी हिस्सेदारी है।
Nazara Tech में 1% की गिरावट, स्वदेशी पर दांव का मार्केट ने नहीं किया स्वागत
क्या है Nazara Tech की पूरी योजना
Nazara Publishing के जरिए भारतीय डेवलपर्स अपने गेम को दुनिया भर में लाइव कर सकते हैं तो दूसरी तरफ विदेशी डेवलपर्स भी यहां के गेमर्स के लिए अपने गेम मुहैया करा सकते हैं। कंपनी के सीईओ Nitish Mittersain का कहना है कि इसके जरिए दुनिया भर के गेम डेवलपर्स को रिसोर्सेज, एक्सपर्टाइज और मजबूत नेटवर्क मुहैया कराया जाएगा ताकि भारतीयों को टॉप लेवल के गेमिंग अनुभव मिल सके। कंपनी की योजना 18 महीने में मोबाइल, वेब3, वर्चुअल रियल्टी (VR) और कंप्यूटर के लिए 20 गेम तक लॉन्च करने की है और हर गेम में कम से कम 1 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
कंपनी डेवलपर्स को गेम डिजाइन, लोकलाइजेशन, डेटा एनालिटिक्स कैपेबिलिटीज, बीटा टेस्टिंग एंड क्वालिटी एश्योरेंस, मोनेटाइजेशन और डिस्ट्रीब्यूशन पर सपोर्ट मुहैया कराएगी। डेवलपर्स को इंडस्ट्री के दिग्गजों और विशेषज्ञों का सपोर्ट भी मिलेगा जैसे कि नजारा के सीईओ नितीश, सीओओ सुधीर कामत और नॉडविन गेमिंग के को-फाउंडर अक्षत राठी।
भारत में कितना बड़ा है गेमिंग मार्केट
रेवेन्यू और गेमर्स, दोनों के हिसाब से भारत एशिया में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ वीडियो गेम्स मार्केट है। मार्केट रिसर्च और कंसल्टिंग फर्म निको पार्टनर्स के मुताबिक भारत में इस साल 2023 में मोबाइल और पीसी गेमिंग रेवेन्यू के 86.8 करोड़ डॉलर पर पहुंचने के आसार हैं। 2027 तक इसके सालाना 17.2 फीसदी का कंपाउंड ग्रोथ से बढ़कर 158 करोड़ डॉलर तक पहुंचने के आसार हैं और यह अनुमान जो है, उसमें रियल मनी गेम्स के रेवेन्यू को शामिल नहीं किया गया है। भारत में ओवरऑल ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की बात करें तो Lumikai की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में यह 260 करोड़ डॉलर का था और वित्त वर्ष 2027 तक इसके 27 फीसदी के CAGR से बढ़कर 860 करोड़ डॉलर तक पहुंचने के आसार हैं।