टाटा स्टील (Tata Steel) ब्रिटेन में अपने कर्मचारियों की छंटनी को लेकर वहां की ट्रेड यूनियनों से बात करेगी। कंपनी के CEO टी. वी. नरेंद्रन (TV Narendran) ने मनीकंट्रोल (Moneycontrol) को दिए इंटरव्यू में बताया कि कंपनी ब्रिटेन की पोर्ट टालबोट (Port Talbot) साइट पर अपनी रीस्ट्रक्चरिंग गतिविधियों को लेकर वहां की ट्रेड यूनियनों से सलाह-मशवरा करेगी। कंपनी इलेक्ट्रिक फर्नेंस के जरिये प्रोजक्शन करेगी और इस वजह से छंटनी की तैयारी है।
Tata Steel के CEO ने कहा, ब्रिटेन में कर्मचारियों की छंटनी को लेकर यूनियनों से बात करेगी कंपनी
नरेंद्रन ने मीडिया में छपी उन खबरों से इनकार किया कि कंपनी ने नौकरियों में कटौती से जुड़े ऐलान में देरी की है। दरअसल, कंपनी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस 2 नवंबर को प्रस्तावित थी, जिसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं। नरेंद्रन ने कहा, ‘निश्चित तौर पर नौकरियों पर असर होगा। हमें यह अच्छा नहीं लगता, लेकिन हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिटेन में कारोबार पर्यावरण के अनुकूल हो और हम इस मुल्क में स्टील की मैन्युफैक्चरिंग का काम जारी रख सकें।’
ब्रिटिश मीडिया ने खबर दी थी कि कम उत्सर्जन वाला प्लांट इंस्टॉल करने की वजह से कंपनी वेल्स प्लांट स्थित ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने का ऐलान कर सकती है। ब्रिटिश अखबार ‘गार्डियन’ के मुताबिक, कंपनी दो ब्लास्ट फर्नेस बंद करेगी और 3,000 एंप्लॉयीज की छंटनी भी कर सकती है।
नरेंद्र का कहना था, ‘ प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी को लेकर भ्रम की स्थिति इसलिए पैदा हो गई, क्योंकि 1 नवंबर को हम मीडिया से बात करने वाले थे, लेकिन हमें इसलिए इसे आगे बढ़ाना पड़ा, क्योंकि नतीजे आने तक काफी देर हो चुकी थी।’ उनका यह भी कहना था कि नौकरियों में कटौती को लेकर कंपनी यूनियनों के साथ बातचीत कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘यूनियनों से सलाह-मशवरे के बाद हम आगे का रास्ता तय करेंगे और जरूरी समयसीमा के बारे में फैसला लिया जाएगा।’ ब्रिटिश सरकार ने सितंबर में टाटा स्टील को 50 करोड़ पाउंड का ग्रांट देने पर सहमति जताई थी, ताकि वेल्थ स्थित कंपनी के पोर्ट टालबोट प्रोजेक्ट में कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिल सके।