Cello World IPO : सेलो वर्ल्ड के आईपीओ को निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली और यह कुल 38.9 गुना सब्सक्राइब हुआ है। अब कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग कल यानी 6 नवंबर को होने वाली है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके निवेशकों को लिस्टिंग पर 22 से 25 फीसदी तक का मुनाफा हो सकता है। एनालिस्ट्स को उम्मीद है कि स्टॉक 648 रुपये के ऑफर प्राइस के मुकाबले 790 रुपये से 810 रुपये के बीच लिस्ट हो सकता है। वहीं, ग्रे मार्केट में भी इस आईपीओ का क्रेज बना हुआ है और यह 24 फीसदी के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है।
Cello World IPO : 6 नवंबर को होगी लिस्टिंग, एक्सपर्ट्स से जानिए कितना हो सकता है मुनाफा
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी रिसर्च प्रशांत तापसे ने कहा, “कंपनी के मजबूत फंडामेंटल और हाई-ग्रोथ इंडस्ट्री डायनेमिक्स के कारण सब्सक्रिप्शन हमारे अनुमान के अनुरूप रही। वैल्यूएशन की बात करें तो ऐसा लगता है कि इस इश्यू की उचित कीमत अपेक्षित रेवेन्यू और प्रॉफिट ग्रोथ को दर्शाती है।”
यूएस फेड बैठक के बाद मार्केट मोमेंटम में बदलाव को ध्यान में रखते हुए तापसे को इश्यू प्राइस से 22-25 फीसदी की सीमा में हेल्दी लिस्टिंग गेन की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “हमारा भरोसा है कि सेलो वर्ल्ड आईपीओ अलॉटेड निवेशकों को लॉन्ग टर्म अवसर देगा। हम सभी अलॉटेड निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड करने की सलाह देते हैं। जिन्हें शेयर नहीं मिले, वे लिस्टिंग डे पर इसे खरीद सकते हैं।”
स्टॉकबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट पार्थ शाह को उम्मीद है कि लगातार रेवेन्यू और PAT ग्रोथ के कारण स्टॉक करीब 25 फीसदी के प्रीमियम पर खुलेगा। शाह ने कहा, “हमें इस बात को लेकर भरोसा है कि इश्यू प्रीमियम में खुलेगा। जिन निवेशकों को शेयर प्राप्त हुआ है, हम उन्हें ओपनिंग डे पर मुनाफावसूली करने और मीडियम टर्म में इसके वित्तीय प्रदर्शन को देखने के बाद खरीदारी पर विचार करने की सलाह देते हैं।”
38.9 फीसदी सब्सक्राइब
सेलो वर्ल्ड के पब्लिक इश्यू को 38.9 गुना सब्सक्राइब किया गया है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व हिस्सा 108.57 गुना सब्सक्राइब हुआ है। वहीं, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) का हिस्सा 24.42 गुना सब्सक्राइब हुआ है। खुदरा निवेशकों ने 3.06 गुना बोली लगाई है। यह इश्यू 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। कंपनी ने 617-648 रुपये प्रति शेयर का ऑफर प्राइस तय किया है।
आईपीओ से जुड़ी डिटेल
मुंबई स्थित फर्म ने पहले पब्लिक इश्यू के माध्यम से 1900 करोड़ रुपये जुटाए। इसके तहत फ्रेश इक्विटी शेयर जारी नहीं किए गए और इसमें केवल ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल था। यही वजह है कि इश्यू खर्चों को छोड़कर सारा पैसा प्रमोटरों को मिला।