पिछले 20 साल में पहली बार Tata Group की कंपनी स्टॉक मार्केट पर लिस्ट होने जा रही है। यह कंपनी है Tata Technologies। इससे पहले टाटा ग्रुप की कंपनी TCS का आईपीओ 2004 में आया था। टीसीएस इंडिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से यह टाटा समूह की सबसे बड़ी कंपनी है। टाटा टेक्नोलॉजीजी के रेवेन्यू में पेरेंट कंपनी Tata Motors की बड़ी हिस्सेदारी है। कंपनी के सीईओ Warren Harris ने कहा है कि जल्द यह निर्भरता घट जाएगी। उन्होंने बताया कि मीडियम और लॉन्ग टर्म में टाटा टेक्नोलॉजीज के रेवेन्यू में टाटा मोटर्स और JLR की हिस्सेदारी कम हो जाएगी। उन्होंने मनीकंट्रोल से बातचीत में कंपनी से जुड़ी कई अहम बातें बताईं। फाइनेंशियल ईयर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज के रेवेन्यू में टाटा मोटर्स और ग्रुप की कंपनियों की हिस्सेदारी एक-तिहाई से ज्यादा थी।
Tata Technologies की निर्भरता टाटा मोटर्स और ग्रुप कंपनियों पर घटेगी, CEO वॉरेन हैरिस ने बताया कंपनी का पूरा प्लान
कंपनी पर टाटा मोटर्स का कोई प्रभाव नहीं
हैरिस ने कहा कि टाटा ग्रुप या टाटा मोटर्स का टाटा टेक्नोलॉजीज के कामकाज पर किसी तरह का असर नहीं है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह पूरी तरह स्पष्ट कर देना जरूरी है। टाटा टेक्नोलॉजीज पर ग्रुप या टाटा मोटर्स की पॉजिशन का कोई असर नहीं है। इसलिए हमें वैल्यू के लिहाज से जिसके साथ भी मिलकर काम करना जरूरी लगता है, उसके साथ काम करने के लिए हम आजाद हैं।” टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर बड़े निवेश करने का प्लान बनाया है। हैरिस ने कहा कि आने वाले कुछ समय में टाटा मोटर्स से ज्यादा काम मिल सकता है। लेकिन लंबी अवधि में इसमें कमी आएगी।
कंपनी समूह के इकोसिस्टम का हिस्सा बनी रहेगी
उन्होंने कहा, “टाटा मोटर्स और जेएलआर ने अपने पूंजीगत खर्च और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर अपने निवेश के बारे में पब्लिक स्टेटमेंट दिया है। इनमें इंडिया, इंग्लैंड और चीन भी शामिल हैं। हम पार्टनर्स के इकोसिस्टम का हिस्सा है, जिससे उन्हें आगे प्लान के मुताबिक प्रोडक्ट्स डेलिवर करने में मदद मिलेगी। आने वाले कुछ सालों में हम टाटा मोटर्स और जेएलआर की ग्रोथ को लेकर बहुत उत्साहित हैं। लेकिन, यह पक्का है कि मिडियम और लॉन्ग टर्म में फीसदी के लिहाज से समूह और टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी में कमी आएगी।”
आगे अच्छी ग्रोथ की उम्मीद
FY20 से FY23 (अनुमानित) के दौरान टाटा टेक्नोलॉजी के रेवेन्यू की ग्रोथ Cyient को छोड़ बाकी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से कम रही है। FY22 में टाटा टेक्नोलॉजीज के रेवेन्यू में ऑटोमोटिव सेगमेंट की हिस्सेदारी 64.5 फीसदी रही। FY के 9 महीनों में यह 75 फीसदी पहुंच गई। कंपनी अपने रेवेन्यू का 30 फीसदी हिस्सा इंडिया से हासिल करती है जो प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा है। टाटा टेक्नोलॉजीज को अपनी ऑर्गेनिक ग्रोथ का भरोसा है। हैरिस ने FY24 में इंजीनियरिंग, रिसर्च और डेवलपमेंट (ER&D) में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीद जताई है।