Daily Voice – FMCG सेक्टर नियर टर्म में जोरदार तेजी के लिए तैयार : सोनम श्रीवास्तव

Daily Voice : अगले सप्ताह दलाल स्ट्रीट पर मेनबोर्ड सेगमेंट में पांच आईपीओ आने वाले हैं। राइट रिसर्च की फाउंडर और फंड मैनेजर सोनम श्रीवास्तव ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का इश्यू प्राइस 475 रुपये से 500 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। ये इसके प्री-आईपीओ प्लेसमेंट प्राइस 401.8 रुपये से काफी ज्यादा है। ये कंपनी की मजबूती और आगे की ग्रोथ संभावनाओं में मजबूत विश्वास का संकेत है।

इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (आईआरईडीए) के बारे में उनका मानना है कि रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में विकास की बहुत व्यापक संभावनाएं हैं। आगे इसकी ग्रोथ और इसके प्रदर्शन पर नीतिगत बदलावों और तकनीकी प्रगति का सबसे ज्यादा योगदान होगा।

फ्लेयर राइटिंग इंडस्ट्रीज के आईपीओ पर बात करते हुए सोनम ने कहा कि स्टेशनरी कारोबार में कंपनी की मजबूत ब्रांड पहचान है। एजूकेशन और ऑफिस सप्लाई की मांग में लगातार हो रही बढ़त को देखते हुए यह आईपीओ लंबी अवधि के निवेश के लिए अच्छा लग रहा है। हालांकि, निवेशकों को इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए कि स्टेशनरी बाजार में काफी ज्यादा प्रतिस्पर्धा है। इसके अलावा डिजिटलीकरण के बढ़ते रुझान से भी खतरा है।

सोनम का कहना है कि ऑयल रिफाइनिंग सेक्टर में गांधार ऑयल रिफाइनरी का आईपीओ भी दिलचस्प है। कंपनी पर्सनल केयर और हेल्थकेयर उत्पादों के कारोबार में भी है। इससे तेल बाजार की अस्थिरता से कंपनी को सुरक्षा मिलती है। हालांकि, दुनियाभर में हो रहे आर्थिक बदलावों और कड़े पर्यावरणीय नियमों के चलते कंपनी के लॉन्ग टर्म ग्रोथ पर निगेटिव असर पड़ सकता है।

फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ पर अपनी राय देते हुए सोनम ने कहा कि फेडबैंक फाइनेंशियल ने एमएसएमई और नए उभरते सेक्टर्स पर फोकस करते हुए एनबीएफसी सेक्टर में एक खास जगह बनाने का लक्ष्य रखा है। यह रणनीति कंपनी के लिए फायदेमंद हो सकती है। लेकिन एनबीएफसी सेक्टर में काफी ज्यादा प्रतिस्पर्धा है। इसके अलावा इसमे नियमों में बार-बार बदलाव का जोखिम भी बहुत ज्यादा है। निवेशकों को इन फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए ही निवेश का निर्णय लेना चाहिए।

अनसिक्योर्ड लोन्स पर रिस्क वेट में बढ़ोतरी करने के आरबीआई के फैसले पर बात करते हुए सोनम ने कहा कि इस बदलाव से कर्ज देने के लिए उपलब्ध पूंजी में कमी आएगी। नकदी की उपलब्धता एनबीएफसी कारोबार का एक महत्वपूर्ण पहलू है। लेकिन कुल मिलाकर देखें को इस निर्णय का असर अलग-अगल एनबीएफसी पर उनकी जोखिम उठाने की क्षमता और उनके कारोबारी मॉडल के मुताबिक अलग-अलग होगा।

बाजार पर बात करते हुए सोनम ने कहा कि भारत की इकोनॉमी काफी अच्छी स्थिति में है। ग्लोबल मुद्दों से जुड़ी चिंताएं भी कुछ कम हुई हैं। मॉनसून और त्योहारी सीजन भी अच्छा रहा है। देश में उपभोक्ताओं के खर्च और ग्रामीण मांग में तेजी देखने आने की उम्मीद है। इसका तमाम सेक्टर्र पर अच्छा असर देखने को मिलेगा। इसके अलावा विदेशी निवेशकों का रुख एक बार फिर से भारत जैसे उभरते बाजारों की तरफ हो रहा है। जिसके चलते आगे निफ्टी की तेजी जारी रहने की उम्मीद है। लेकिन बाजार के बारे में कभी भी कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। ऐसे में निवेशकों को अपने निवेश निर्णय लेते समय सतर्क रहने की सलाह होगी।

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सोनम की राय है कि भारत में एफएमसीजी सेक्टर के आने वाले महीनों में तेजी पकड़ने के साफ संकेत दिख रहे हैं। अगले महीने की शुरुआत से या अगले कैलेंडर वर्ष की शुरुआत से इस सेक्टर में जोरदार तेजी आ सकती है। अनुकूल मानसून के मौसम से कृषि उत्पादन और ग्रामीण आय को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। ग्रामीण आय बढ़ने से एफएमसीजी उत्पादों पर खर्च बढ़ता है। एफएमसीजी सेक्टर की बिक्री के लिए ग्रामीण बाजार काफी अहम होता है। ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी से इस सेक्टर की ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा।

इसके अलावा आगामी चुनावों के लिए सरकारी खर्च में बढ़त और ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में गिरावट से उत्पादन लागत में कमी से एफएमसीजी कंपनियों के मार्जिन में सुधार देखने को मिल सकता है। ऐसे में एफएमसीजी सेक्टर नियर टर्म में जोरदार तेजी के लिए तैयार दिख रहा है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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