हैलिएस इंडिया के CEO दिनशॉ ईरानी का कहना है कि भारतीय बाजार के वैल्युएशन ज्यादा महंगे नहीं है। बाजार को लेकर किसी तरह की चिंता नजर नहीं आ रही है। पिछले 3 तिमाहियों से निफ्टी या इंडेक्स को लेकर ज्यादातर बाजार जानकारों ने तेजी की राय रखी है, जो बाजार के लिए काफी सकारात्मक है। उनका कहना है कि बाजार के वैल्यूएशन महंगे नहीं है। दूसरी तिमाही में भी कंपनियों के टॉपलाइन में ज्यादा इजाफा नहीं दिखाई दिया लेकिन कंपनियों के मार्जिन में सुधार से बॉटमलाइन ग्रोथ काफी अच्छी रही थी। जिसके चलते बाजार में फिर से तेजी का रुख बनता नजर आया।
भारतीय बाजार के वैल्युएशन ज्यादा महंगे नहीं, फाइनेंशियल और कंजम्प्शन कंपनियों में आगे बनेगा पैसा- दिनशॉ ईरानी
सीएनबीसी-आवाज से इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि बाजार में हम लगातार निवेश कर रहे हैं। दिनशॉ ईरानी ने कहा कि बाजार की चाल अगले 4-5 महीने फ्लैट रह सकती है। जिसके चलते बाजार में निवेश के लिए काफी विकल्प मौजूद हैं। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि चुनाव के नतीजों का भी बाजार पर असर संभव है। दूसरे देशों के मुकाबले भारतीय बाजार ज्यादा आकर्षक लग रहा है। वित्त वर्ष 2024 में दूसरी तिमाही में बाजार शानदार प्रदर्शन करते नजर आयेगे।
फाइनेंशियल और कंजम्प्शन कंपनियों में आगे बनेगा पैसा
दिनशॉ ईरानी ने आगे कहा कि आगे चलकर भारतीय इकोनॉमी में अच्छी तेजी देखने को मिलेगी। जिसके चलते दो सेक्टर को नजरअंदाज करना महंगा साबित हो सकता है। पहला है फाइनेंशियल सेक्टर। इस सेक्टर को आरबीआई ने बहुत ही अच्छे तरह से कंट्रोल किया है। फाइनेंशियल सेक्टर में रिस्क वेटेज बढ़ाने के चलते इस सेक्टर में और विस्तार संभव है।पिछले 2 तिमाहियों में सेक्टर की री-रेटिंग देखने को मिलेगी। वहीं दूसरा सेक्टर कंजम्प्शन सेक्टर है। उन्होनें आगे कहा कि आने वाले समय में फाइनेंशियल और कंजम्प्शन कंपनियों में पैसा बन सकता है। फाइनेंशियल और कंजम्प्शन पर ओवरवेट नजरिया बना हुआ है।
आईटी शेयरों से रहें दूर
आईटी शेयरों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि दिसंबर में आईटी कंपनियों के तिमाही के नतीजों में दबाव संभव है। चौथी तिमाही में भी आईटी कंपनियो में दबाव रहेगा। IT में होप ट्रेड दिख रहा है। लिहाजा आईटी शेयरों से दूरी बनाए रखने की सलाह होगी। क्योंकि इसके वैल्यूएशन कमजोर नजर आ रहे है।
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