Onion Price: सरकार को उम्मीद है कि जनवरी 2024 तक प्याज के दाम 40 रुपये प्रति किलो तक आ सकते हैं। कन्ज्यूमर मामलों के सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि जनवरी तक प्याज की कीमतें मौजूदा औसत कीमत 57.02 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर 40 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे आ जाएंगी। पिछले हफ्ते सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की रिटेल कीमतें 80 रुपये प्रति किलोग्राम को पार करने और मंडियों में कीमतें 60 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास रहने के बाद अगले साल मार्च 2034 तक प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी है।
जनवरी में 40 रुपये किलो के नीचे आ जाएगा प्याज का दाम, मोदी सरकार ने बनाया ये प्लान
जनवरी में प्याज के दाम 40 रुपये किलो पर होंगे
यह पूछे जाने पर कि प्याज की कीमतें 40 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे कब आने की उम्मीद है, इस पर सिंह ने कहा कि बहुत बहुत जल्द… जनवरी तक। उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो को नहीं टच करेगी। ये 60 किलो के दाम को भी पार नहीं करेगी।
एक्सपोर्ट निर्यात प्रतिबंध से किसानों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह ट्रेडर्स का एक छोटा सा ग्रुप है जो भारत और बांग्लादेश के बाजारों में कीमतों के बीच अंतर का फायदा उठा रहे हैं। उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति बास्केट में प्याज की महंगाई दोहरे अंक में रही है, जो अक्टूबर में चार साल के उच्चतम स्तर 42.1 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
इस फाइनेंशियल ईयर में 1 अप्रैल से 4 अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया जा चुका है। मूल्य के लिहाज से टॉप तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। चालू खरीफ सीजन में प्याज कवरेज में कमी की खबरों के बीच प्याज की कीमतें बढ़ने लगी हैं। निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से पहले केंद्र ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए अक्टूबर में रिटेल बाजारों में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बफर प्याज स्टॉक की सेल का फैसला किया था।
कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सरकार ने इस साल 28 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्याज के निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) लगाया। साथ ही अगस्त में भारत ने प्याज पर 31 दिसंबर तक 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगा दिया था।