Innova Captab IPO: फार्मा कंपनी इनोवा कैपटैब (Innova Captab) का 570 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इसे खुदरा निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और उनके लिए आरक्षित हिस्सा आईपीओ खुलने के कुछ ही घंटे में पूरा भर गया। ओवरऑल अभी यह आधे से अधिक भर चुका है। आईपीओ खुलने से पहले एंकर निवेशकों से यह 171 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। अब ग्रे मार्केट में बात करें तो आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से इसके शेयर 100 रुपये यानी 22.32% की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं लेकिन एक दिन पहले यह 211 रुपये की GMP पर था। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर ही निवेश से जुड़ा फैसला लेना चाहिए।
Innova Captab IPO: खुदरा निवेशकों का हिस्सा ओवरसब्सक्राइब, ग्रे मार्केट में फिसली स्थिति
कैटेगरीवाइज सब्सक्रिप्शन की स्थिति
क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB)-0.00 गुना
नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII)- 0.35 गुना
खुदरा निवेशक- 1.06 गुना
टोटल-0.61 गुना
(सोर्स- BSE, 21 Dec 2023 | 01:00:00 PM)
Innova Captab IPO डिटेल्स
इनोवा कैपटैब के 570 करोड़ रुपये के आईपीओ में 26 दिसंबर तक पैसे लगा सकेंगे। इस आईपीओ के लिए ₹426-₹448 का प्राइस बैंड फिक्स किया गया है और खुदरा निवेशक 33 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। आईपीओ का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 35 फीसदी खुदरा निवेशकों और 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित है। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 27 दिसंबर को फाइनल होगा और BSE, NSE पर लिस्टिंग के लिए 29 दिसंबर का दिन फिक्स है। शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये है। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 320 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 250 करोड़ रुपये के 55,80,357 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले निवेशकों को मिलेगा। नए शेयरों को जारी कर जो पैसे कंपनी को मिलेंगे, उसका इस्तेमाल सब्सिडियरी यूएमएल में निवेश, कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Innova Captab की डिटेल्स
जनवरी 2005 में बनी इनोवा कैपटैब एक फार्मा कंपनी है जिसका कारोबार तीन सेगमेंट में फैला हुआ है। एक सेगमेंट में यह भारतीय फार्मा कंपनियों को कांट्रैक्ट डेवलपमेंट और मैनुफैक्चरिंग सर्विसेज मुहैया कराती है, दूसरे में यह ब्रांडेड जेनेरिक्स में डीलिंग का घरेलू कारोबार है और तीसरे सेगमेंट में इसका ब्रांडेड जेनेरिक्स का इंटरनेशनल कारोबार है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में टैबलेट्स, कैप्सूल्स, ड्राई सिरप्स, ड्राई पाउडर इंजेक्शंस, ओएंटमेंट्स और लिक्विड मेडिसिन्स हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 34.50 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 63.95 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 67.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी तेजी से आगे बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसका रेवेन्यू 412.03 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 803.41 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 935.58 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष की बात करें तो सितंबर छमाही में इसे 17.59 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 234.37 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।