नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने नए साल के मौके पर एक नई उपलब्धि हासिल की। एक्सचेंज ने सेंकेडरी मार्केट के लिए सफलतापूर्व एक नया ट्रेडिंग सिस्टम लॉन्च किया, जिसे ब्लॉक सिस्टम के नाम से जाना जाता है। निवेशकों को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक ट्रेडिंग इनवायरनमेंट मुहैया कराने के इरादे से इस सिस्टम को बनाया गया है। NSE ने एक बयान में कहा, “सेकेंडरी मार्केट में ब्लॉक सिस्टम के जरिए ट्रेडिंग के बीटा वर्जन को सफलतापूर्व लॉन्च कर दिया गया है। यह भारतीय कैपिटल मार्केट की टेक्नोलॉजी प्रगति में अहम छलांग है। ब्लॉक सिस्टम यह सुनिश्चत करता है कि निवेशकों के फंड और सिक्योरिटी सिर्फ क्लीयरिंग हाउसों के निर्देशों और उनके कुछ पहले से तय दायित्वों के आधार पर ही उनके खातों से बाहर जाएं।”
अब UPI के जरिए भी खरीद-बेच सकेंगे शेयर! NSE ने ब्लॉक ट्रेडिंग का वीटा वर्जन किया लॉन्च
ब्लॉक मैकेनिज्म ट्रेडिंग के लिए बीटा टेस्टिंग, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का प्रोजेक्ट है। यह सेकेंडरी मार्केट में यूपीआई (UPI) के लिए भी ऐप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (ASBA) जैसी सुविधा को लाएगी।
NPCI ने कहा कि यह सुविधा शेयर बाजार में कारोबार के लिए निवेशकों के खाते में एक तय राशि ब्लॉक कर देगी, जिससे डेबिट ट्रांजैक्शन हो सकेंगे। इस पायलट चरण में, निवेशक अपने बैंक खातों में पैसों को ब्लॉक कराने में सक्षम होंगे और इसे ट्रेड सेटलमेंट के दौरान क्लीयरिंग हाउसों की ओर से डेबिट किया जाएगा। इन ट्रेड को टी + 1 सेटलमेंट सिस्टम के तहत निपटाया जाएगा।
फिलहाल इस सुविधा को पायलट आधार पर लॉन्च किया गया है और इसे सेबी (SEBI) और आरबीआई (RBI) दोनों से मंजूरी मिल चुकी है। यह सुविधा यूपीआई ऐप पर उपलब्ध होगी। इसमें भीम (BHIM), ग्रो (Groww) और यस पे नेक्स्ट (Yes Pe Next) भी शामिल हैं। इसमें ग्रो एक ब्रोकरेज ऐप है। HDFC बैंक और ICICI बैंक के ग्राहक भी इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं।