Tata Steel Q3 Results : टाटा स्टील (Tata Steel) ने आज 24 जनवरी को मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी मुनाफे में आ गई है। कंपनी ने इस अवधि में 522.14 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। वहीं, पिछले साल की समान तिमाही में टाटा स्टील को 2,501.95 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था। इसके अलावा, दूसरी तिमाही में भी कंपनी को हानि शुल्क (Impairment Charges) के कारण 6511.16 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था।
Tata Steel Q3 Results : घाटे से मुनाफे में आई कंपनी, दिसंबर तिमाही में 522 करोड़ का प्रॉफिट
कैसे रहे तिमाही नतीजे
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान टाटा ग्रुप की कंपनी का ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू तीन फीसदी गिरकर 55,311.9 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 57,083.56 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर, ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू पिछली तिमाही के 55,681.93 करोड़ रुपये से 0.7 फीसदी कम हो गया।
टाटा स्टील के इंडिया सेगमेंट का तिमाही रेवेन्यू दो फीसदी बढ़कर 34,681.90 करोड़ रुपये हो गया।इस महीने की शुरुआत में, कंपनी ने कहा कि उसके इंडिया सेगमेंट में कच्चे स्टील का प्रोडक्शन 5.32 मिलियन टन (MT) रहा, जो तिमाही के साथ-साथ सालाना छह फीसदी अधिक है। हालांकि, दूसरी ओर दिसंबर तिमाही में यूरोप ऑपरेशन से रेवेन्यू 12.5 फीसदी गिरकर 18,141.97 करोड़ रुपये हो गया।
टाटा स्टील को मजबूत घरेलू मांग से यूरोप के बिजनेस में कमजोरी की भरपाई करने में मदद मिली। इन्फ्रॉस्ट्रक्चर पर भारी खर्च के कारण मजबूत मांग के बीच स्टील की कीमतों में बढ़ोतरी से स्टील कंपनियों को फायदा हुआ, लेकिन कोकिंग कोयले की ऊंची लागत ने लाभ पर असर डाला है। भारतीय इस्पात मांग में लगातार मजबूती ने कंपनी को 4.88 मीट्रिक टन की घरेलू डिलीवरी के साथ ‘अब तक की सबसे अच्छी 3Q’ बिक्री हासिल करने में मदद की।
हालांकि, कंपनी के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे। मनीकंट्रोल के सर्वे में सात एनालिस्ट्स ने औसतन कंपनी को 702.70 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट और 56,400.50 करोड़ रुपये के कंसोलिडेटेड रेवेन्यू की उम्मीद जताई थी।