SmallCap-MidCap Strategy: स्मॉलैकप और मिडकैप शेयरों की गिरावट से न घबराएं, इस कारण ब्रोकरेज को तेजी का है भरोसा

SmallCap-MidCap Strategy: स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में कुछ समय से बिकवाली का काफी दबाव दिख रहा है। निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स एक महीने में करीब 8 फीसदी और निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स करीब 5 फीसदी कमजोर हुआ है। हालांकि कुछ स्मॉलकैप और मिडकैप में खरीदारी का रुझान दिख रहा है लेकिन इनकी गिरावट के चलते निवेशकों के बीच घबराहट बढ़ी है। ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज की स्ट्रैटेजी रिपोर्ट के मुताबिक अभी इन शेयरों से अच्छी कमाई की काफी गुंजाइश है। 16 मार्च की तारीख में जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ते कैपेक्स साइकिल और खपत में उछाल के चलते इन्हें तगड़ा सपोर्ट मिलेगा।

क्यों है मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में अच्छी तेजी की गुंजाइश

रिपोर्ट के मुताबिक इंडस्ट्रियल सेक्टर और डिस्क्रेशनरी कंजम्प्शन स्पेस में मिडकैप और स्मॉलकैप का वेटेज अधिक है। बढ़ते कैपिटल एक्सपेंडिचर और डिस्क्रेशनरी कंजम्प्शन में उछाल के चलते इन्हें फायदा मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक कैपेक्स और मैनुफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियों का निफ्टी में वेटेज 30.19 फीसदी, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 39.33 फीसदी, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 38.38 फीसदी और निफ्टी माइक्रोकैप 250 इंडेक्स में 56 फीसदी वेटेज है।

कितनी तेजी के हैं आसार

ब्रोकरेज फर्म की स्ट्रैटेजी रिपोर्ट के मुताबिक लिस्टेड कंपनियों के शुद्ध मुनाफे और जीडीपी का रेश्यो बढ़ रहा है और यह 4.9 फीसदी के मिड-साइकिल रेंज में पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2023 में यह 4.3 फीसदी पर था। लॉन्ग टर्म के हिसाब से PAT/GDP यानी शुद्ध मुनाफे और जीडीपी का रेश्यो स्मॉलकैप के पक्ष में है क्योंकि अभी यह 0.7 फीसदी पर है और इसका पीक लेवल 1.2 फीसदी है। वित्त वर्ष 2023-26 के बीच की बात करें तो वोडाफोन आइडिया को छोड़ निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में शामिल कंपनियों की कमाई 25 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। वहीं निफ्टी में शामिल कंपनियों की कमाई इस दौरान 17 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।

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