1-3 महीने के लिए खरीदें ये दमदार स्टॉक, अच्छी खबर से दौड़ने को है तैयार, जानें टारगेट और स्टॉपलॉस

शेयर बाजार में तगड़ा एक्शन है. मंथली एक्सपायरी से पहले बाजार में जोश दिखा. बाजार की हलचल में चुनिंदा सेक्टर फोकस में हैं. इसमें लाइफ इंश्योरेंस स्टॉक्स शामिल हैं. इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI से सरेंडर वैल्यू पर राहत मिलने की खबर से कंपनियां फोकस में हैं. इसी के दम पर ब्रोकरेज फर्म सेक्टर के दमदार शेयरों में खरीदारी की सलाह दी है. इसमें ICICI Pru के शेयर शामिल है, जिस पर 1-3 महीने के लिए खरीदारी की सलाह है.  

दमदार शेयर में तेजी का अनुमान

घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने ICICI Pru पर खरीदारी की राय दी है. शेयर पर 1 से 3 महीने के लिए 715 रुपए के अपसाइड का टारगेट दिया है. इस पर 540 रुपए का स्टॉपलॉस लगाने की राय दी है. इसके अलावा  Morgan Stanly ने ओवरवेट रेटिंग के साथ 660 रुपए का टारगेट दिया है. Nomura ने Buy की रेटिंग के साथ 600 रुपए का टारगेट दिया. 

फोकस में लाइफ इंश्योरेंस स्टॉक्स

इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने कंपनियों को सरेंडर वैल्यू बड़ी राहत दी. इसके तहत पॉलिसी सरेंडर की अवधि से सरेंडर वैल्यू तय होगी. यानी जितनी ज्यादा पॉलिसी सरेंडर की अवधि होगी उतनी ज्यादा सरेंडर वैल्यू मिलेगी. नॉन-सिंगल प्रीमियम पर सरेंडर वैल्यू के तहत अगर पॉलिसी दूसरे साल में सरेंडर हुई तो कुल प्रीमियम पेड का 30% हिस्सा मिलेगा. तीसरे साल में सरेंडर पर कुल प्रीमियम पेड का 35% हिस्सा मिलेगा.

सरेंडर वैल्यू पर जरूरी अपडेट 

पॉलिसी चौथे से सातवें साल में सरेंडर हुई तो कुल प्रीमियम पेड का 50% हिस्सा मिलेगा. वहीं, पालिसी पूरे होने के 2 साल पहले सरेंडर हुई तो कुल प्रीमियम पेड का 90% हिस्सा मिलेगा. सिंगल प्रीमियम सरेंडर वैल्यू में अगर पालिसी तीसरे साल में सरेंडर हुई तो कुल प्रीमियम पेड का 75% हिस्सा मिलेगा. चौथे साल में सरेंडर हुई तो 90% हिस्सा मिलेगा. जबकि 2 साल पहले सरेंडर हुई तो कुल प्रीमियम पेड का 90% हिस्सा मिलेगा.

लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के लिए पॉजिटिव

IRDAI का ये फैसला लाइफ इंश्योरेंस के लिए पॉजिटिव है. नई सरेंडर वैल्यू में 3 साल तक की पॉलिसी के लिए कोई खास बदलाव नहीं हुआ. ज्यादातर पॉलिसी 3 साल तक सरेंडर हो जाती हैं. चौथे से सातवें साल के बीच सरेंडर वैल्यू में हल्की सी बढ़त होती है. ज्यादातर पॉलिसी सातवें साल के बाद सरेंडर नहीं होती हैं.  

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 



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