Food डिलीवरी कंपनियों में Zomato को सबसे ज्यादा फायदा, क्या स्टॉक की बेहतर परफॉर्मेंस जारी रहेगी?

Zomato Share Price: जोमैटो, स्विगी और ब्लिंकिट जैसे कई नामी ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म हैं। लेकिन इन सबमें डिलीवरी के मामले में जोमैटो फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म सबसे आगे निकल गया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक साल में Zomato के शेयर प्राइज में काफी तेजी देखने को मिली है और शेयर में 250% की तेजी देखने को मिली है।

250 फीसदी तक हुई ग्रोथ

पिछले एक साल में जोमैटो के शेयर्स देखें तो इनमें 250 फीसदी से अधिक की ग्रोथ हुई है, जो डेलीवरू और उबर जैसे ग्लोबल डिलीवरी प्लेटफॉर्म से बहुत बेहतर परफॉर्म कर रहा है। आलम ये है कि अब जोमैटो के शेयर्स को उनके कॉम्पीटीटर के शेयर्स के आगे 94.3 गुना की फॉरवर्ड अर्निंग वैल्यूएशन के साथ महंगे शेयर्स की कैटेगिरी में शामिल हैं। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का इस मामले में कहना है कि जोमैटो का वैल्यूएशन उसकी एक साल की आगे की कमाई के 94.3 गुना के बराबर है। लेकिन ब्रोकरेज को 2026 के लिए, जोमैटो के पी/ई रेशों में 47.2 गुना तक की कमी दिख रही है।

कॉम्पीटीटर्स से है बहुत आगे

जोमैटो के सबसे क्लोज कॉम्पीटीटर स्विगी की वैल्यू 12.7 बिलियन डॉलर है, जबकि जोमैटो का मार्केट कैप लगभग 19.89 बिलियन डॉलर है। लेकिन मंथली एक्टिव यूजर्स में चाइनीज डिलीवरी जाइंट मीटुआन ने जोमैटो को मात दे दी है। हालांकि जोमैटो की फास्ट डिलीवरी सर्विस ब्लिंकिट, जोमैटो कंपनी को ग्रो करने और इनकम बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। यह तेजी से ग्रो कर रहा है, वैराइटी में प्रोडक्ट सेल कर रहा है और बिजनेस करने के लिए नई जगहों पर जा रहा है।

ब्लिंकिट की चुनौतियां

जोमैटो ने फाइनेंशियल ईयल 2024 के फर्स्ट क्वाटर में मुनाफा तो कमाया, लेकिन इसमें ब्लिंकिट ने अभी तक मुनाफा कमाने में कोई सपोर्ट नहीं किया है। दरअसल, क्विक-कॉमर्स को प्रोफिटेबल बनाने में हाई ऑपरेटिंग कोस्ट और कॉम्पटिशन सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही ब्लिंकिट को ना सिर्फ क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से कॉम्पटिशन करना पड़ता है बल्कि उन लोकल स्टोर्स से भी कॉम्पटिशन करना पड़ता है जो फ्री होम डिलीवरी ऑफर कर रहे हैं।

क्या कहते हैं एनालिस्ट

ऐसे में एनालिस्ट का इस बात पर मतभेद है कि क्या ब्लिंकिट जल्द ही मुनाफा देने के लिए तैयार हो जाएगा। कुछ एनालिस्ट को उम्मीद है कि यह फाइनेंशियल ईयल 2025 के फर्स्ट क्वाटर में ऐसा होना संभव है, जबकि अन्य इस मामले में अधिक एलर्ट हैं। इंवेस्टर्स ब्लिंकिट की फ्यूचर ग्रोथ पर खूब दांव लगा रहे हैं, जिससे कुल मिलाकर जोमैटो की वैल्यूएशन बढ़ गई है। वहीं एनालिस्ट ने जोमैटो और ब्लिंकिट की फूड डिलीवरी दोनों के लिए स्ट्रांग रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान लगाया है।

जोमैटो के फाउंडर, दीपिंदर गोयल का कहना है कि ब्लिंकिट फ्यूचर में जोमैटो से आगे निकल जाएगा, भले ही फिलहाल इसका आकार अभी आधा है। म्यूचुअल फंड जोमैटो शेयर्स को सेल और बाय दोनों कर रहे हैं, जो इंवेस्टर्स के बीच मिक्स सेंटीमेंट्स की ओर इंडीकेट करते हैं। वहीं एचएसबीसी मिडकैप फंड मार्च में जोमैटो शेयर्स का सबसे बड़ा खरीदार था, जबकि मिराए एसेट लार्ज एंड मिडकैप फंड ने अपनी हिस्सेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बेच दिया था।

कुल मिलाकर, जोमैटो के स्टॉक में हाल के महीनों में बड़ी ग्रोथ देखी गई है, इसके फ्यूचर की प्रोफिटेबिलिटी पर सवाल बने हुए हैं और क्या इसका करेंट वैल्यूएशन सस्टेंनेबल है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Source link

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *