लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में कुछ दिन रह गए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि नतीजों से पहले मार्केट में तेजी दिखी है। सवाल है कि अगले कुछ हफ्ते मार्केट्स के लिए कैसे रहेंगे? किस सेक्टर की कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी की संभावना है? विदेशी फंडों का रुख इंडियन मार्केट को लेकर कैसा रहेगा? इन सवालों के जवाब जानने के लिए मनीकंट्रोल ने स्पार्क कैपिटल प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट के देवांग मेहता से बातचीत की। वेल्थ मैनेजमेंट और इनवेस्टमेंट एडवायजरी में 23 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले मेहता ने कहा कि मार्च तिमाही के नतीजों के बाद उन कंपनियों के शेयरों में अच्छी संभावना दिख रही है, जिनका बिजनेस पूंजीगत खर्च से जुड़ा है।
स्पार्क कैपिटल के दिवांग मेहता ने कहा-FIIs की खरीदारी शुरू होने पर आएगी बड़ी तेजी, इंफ्रा स्टॉक्स में निवेश से होगी मोटी कमाई
पूंजीगत खर्च से जुड़ी कंपनियों की चमक जारी रहेगी
विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) के इंडियन मार्केट में निवेश के बारे में मेहता (Devang Mehta) ने कहा कि फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) अभी बाजार से बाहर हैं। जब वे इंडियन मार्केट में खरीदारी शुरू करेंगे तो मार्केट में तेजी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मार्केट पार्टिसिपेंट्स के लिए लोकसभा चुनावों के नतीजे फेवरेबल रहते हैं और यूनियन बजट में सरकार का फोकस रिफॉर्म्स पर बना रहता है तो मार्केट में उत्साह रहेगा। उन्होंने कहा कि अगले 3-5 साल में पूंजीगत खर्च से जुड़े सेक्टर और सब-सेक्टर के लिए बेहतर रहेंगे।
इन सेक्टर में बढ़ेगी इनवेस्टर्स की दिलचस्पी
उन्होंने कहा कि जहां तक इंडियन इकोनॉमी का बात है तो फिस्कल डेफिसिट नियंत्रण में है। GST और डायरेक्ट टैक्स कलेक्शंस काफी अच्छे हैं। करेंट अकाउंट डेफिसिट (CAD) भी नियंत्रण में है। मैन्युफैक्टरिंग की ग्रोथ अच्छी है। क्रेडिट ग्रोथ, सीमेंट वॉल्यूम, कार सेल्स, पावर कंजम्प्शन सहित कई डेटा स्ट्रॉन्ग हैं। आगे इंफ्रास्ट्रक्चर, कैपिटल गुड्स, सीमेंट, ऑटोमेशन, एनर्जी एफिशियंसी, सेमीकंडक्टर और बिल्डिंग मैटेरियल्स स्टॉक्स में अच्छी तेजी दिखेगी।
पावर सेक्टर की कंपनियों का आउटलुक पॉजिटिव
मेहता ने पावर सेक्टर का आउटलुक बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि एनर्जी सेक्टर बड़े बदलाव से गुजर रहा है। पावर की डिमांड बढ़ रही है। कंपनियों ने रिन्यूएबल एनर्जी के महत्वाकांक्षी टारगेट तय किए हैं। सरकार का भी फोकस इस सेक्टर पर है। पावर सेक्टर की ज्यादातर कंपनियों के स्टॉक्स ऑल-टाइम हाई पर हैं। इस रिजल्ट सीजन में मैन्युफैक्टरिंग सेक्टर विजेता के रूप में सामने आया है। पावर इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियों, इंडस्ट्रियल और ऑटो एंसिलियरी, इंजीनियरिंग और कैपिटल गुड्स कंपनियों के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं।