IDBI Bank Shares: आईडीबीआई बैंक के शेयरों में आज 18 जुलाई को कारोबार के दौरान 6% से अधिक उछल गए। यह तेजी इस खबर के बाद आई है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने IDBI बैंक के प्राइवेटाइजेशन पर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। RBI की ओर से पेश रिपोर्ट में IDBI बैंक के अधिग्रहण में रुचि रखने वाले संभावित खरीदारों के लिए जरूरी “उपयुक्त एवं उचित” मानदंडों की रूपरेखा बताई गई है। डिसइनवेस्टमेंट डिपार्टमेंट ने पहले ही IDBI बैंक के लिए संभावित बिडर्स के नाम मूल्यांकन के लिए केंद्रीय बैंक को भेज दिए थे।
IDBI Bank के शेयरों ने लगाई 6% की छलांग, RBI ने बैंक के निजीकरण पर सौंपी रिपोर्ट
बता दें कि सरकार पिछले कई सालों से IDBI बैंक के निजीकरण की कोशिश में है। बाजार पर नजर रखने वाले अब उत्सुकता से RBI की ओर से बिडर्स के मूल्यांकन का इंतजार कर रहे हैं। RBI के मूल्यांकन से यह तय हो सकेगा कि बिडर्स निजीकरण प्रक्रिया के अगले चरण में भाग लेने के लिए ‘उपयुक्त और उचित’ मानदंडों को पूरा करते हैं।
IDBI बैंक में केंद्र सरकार की 45.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि एलआईसी 49 प्रतिशत से अधिक के साथ इसकी सबसे बड़ी शेयरधारक है। सरकार की योजना में बैंक में 60.7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की है। इसमें सरकार की 30.5 प्रतिशत हिस्सेदारी और एलआईसी की 30.2 प्रतिशत हिस्सेदारी शामिल है।
RBI की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सरकार योग्य बिडर्स को IDBI बैंक के गोपनीय डेटा तक पहुंच मुहैया कराएगी। इसमें कर्मचारी पेंशन फंड और बीमा या मेडिकल कवरेज विवरण आदि शामिल होंगे।
IDBI बैंक का योग्य बिडर्स होने के लिए, बोलीदाताओं के पास न्यूनतम 22,500 करोड़ रुपये का नेटवर्थ होना चाहिए। साथ ही पिछले 5 साल में 3 साल उसने मुनाफे में होना चाहिए। अगर कोई साझेदारी के तहत कंसोर्टियम बनाकर बोली लगता है, तो कंसोर्टियम में अधिक 4 सदस्य हो सकते हैं। वहीं सफल बिडर्स को अगले 5 साल के लिए अपनी इक्विटी कैपिटल का कम से कम 40 प्रतिशत लॉक करना होगा।
IDBI बैंक ने अपने जून तिमाही के कारोबारी अपडेट में बताया कि बैंक का कुल डिपॉजिट सालाना आधार पर 13 फीसदी बढ़कर 2.7 लाख करोड़ रुपये रहा। वहीं नेट एडवांसेज भी 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1.9 लाख करोड़ रुपये रहा।
NSE पर सुबह सवा 11 बजे के करीब, IDBI बैंक के शेयर 5.78 फीसदी की तेजी के साथ 92.96 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल की शुरुआत से अबतक बैंक के शेयरों में करीब 36 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को करीब 60 फीसदी का रिटर्न दिया है।