देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) वित्त वर्ष 2025 में शेयर बाजार में करीब 1.30 लाख करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी के MD और CEO सिद्धार्थ मोहंती ने आज 11 अगस्त को यह जानकारी दी है। वित्त वर्ष 2025 के अप्रैल-जून के दौरान इंश्योरेंस सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने शेयरों में करीब 38,000 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 23,300 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। बीते शुक्रवार को LIC के शेयरों में 0.70 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 1133.60 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप 7.17 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
LIC की FY25 में स्टॉक मार्केट में करीब 1.30 लाख करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी, कंपनी के CEO ने दी जानकारी – lic to invest around rs 1 30 lakh crore in stock market in fy25 md and ceo siddhartha mohanty
LIC ने Q1 में इक्विटी मार्केट्स से कमाए 15500 करोड़ रुपये
LIC ने पहली तिमाही के दौरान इक्विटी मार्केट्स में अपने निवेश से 15500 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया। इसके निवेश से मुनाफा तिमाही आधार पर 13.5 फीसदी अधिक रहा। LIC ने कहा, “हम निश्चित रूप से मार्केट और प्राइस मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं। हम कम से कम पिछले वित्तीय वर्ष में जो भी निवेश किया था, उसके बराबर निवेश करने की सोच रहे हैं। एलआईसी ने वित्त वर्ष 2024 में लगभग 1.32 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया।”
उन्होंने कहा कि जून के अंत में कई कंपनियों के शेयरों में एलआईसी के निवेश का बाजार मूल्य लगभग 15 लाख करोड़ रुपये था। 30 जून 2024 तक एलआईसी के पास 282 कंपनियों में निवेश है। जून के अंत तक एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 53,58,781 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही के अंत में यह 46,11,067 करोड़ रुपये था, यानी 16.22 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
कुल निवेश में 7,30,662 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई, जो मार्च 2023 में 42,44,852 करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च 2024 तक 49,75,514 करोड़ रुपये हो गया। कुल इक्विटी निवेश पोर्टफोलियो 2022-23 में 8,39,662 करोड़ रुपये के मुकाबले 12,39,740 करोड़ रुपये है, जबकि अन्य निवेश 2022-23 में 34,05,190 करोड़ रुपये के मुकाबले 37,35,774 करोड़ रुपये है।
LIC के जून तिमाही के नतीजे
जून तिमाही 2024 में एलआईसी ने शुद्ध लाभ में 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जो एक साल पहले की अवधि में 9,544 करोड़ रुपये के मुकाबले 10,461 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान कुल आय बढ़कर 2,10,910 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 1,88,749 करोड़ रुपये थी। तिमाही के लिए टोटल प्रीमियम इनकम एक साल पहले इसी तिमाही में 98,363 करोड़ रुपये की तुलना में 16 फीसदी बढ़कर 1,13,770 करोड़ रुपये हो गई।