Trade Setup for November 11: निफ्टी के लिए बीता हफ्ता उतार-चढ़ाव भरा रहा और शुक्रवार के कारोबारी सत्र का अंत गिरावट के साथ हुआ। जियो-पॉलिटिकल खबरों से भरे माहौल के बीच बाजार में पिछले हफ्ते गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स में 237.8 अंक या 0.29 फीसदी की गिरावट आई है। इसके अलावा, निफ्टी में 156.15 अंक या 0.64 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। आईटी और पीएसयू बैंकों को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स ने इस हफ्ते नुकसान दर्ज किया है। 2024 के अमेरिकी चुनावों से पहले की चिंताओं के कारण सप्ताह की शुरुआत सावधानी से हुई। हालांकि, चुनाव नतीजों के बाद सप्ताह के मध्य में कुछ रिकवरी देखने को मिली। हालांकि, बढ़त बरकरार नहीं रह सकी।
Trade Setup: 11 नवंबर को किस करवट बैठेगा बाजार? Nifty और Bank Nifty के लिए ये लेवल होंगे अहम – trade setup for november 11 can the nifty defend lower levels as earnings disappointments continue
इस हफ्ते इन फैक्टर्स पर होगी निवेशकों की नजर
टाटा ग्रुप की कंपनी ट्रेंट लिमिटेड के शेयरों में लगातार पांचवें दिन गिरावट जारी रही, जो निफ्टी 50 इंडेक्स पर टॉप लूजर रहा। शेयर अपने हाई से 25% टूट चुका है। शेयर की कीमत में यह तेज गिरावट सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद देखी गई।
आगे निवेशकों की नजर अक्टूबर के लिए CPI और WPI इनफ्लेशन के आंकड़ों पर रहेगी, जिसकी घोषणा 12 और 14 नवंबर को की जाएगी। वैश्विक स्तर पर निवेशक अमेरिकी मुद्रास्फीति और खुदरा बिक्री पर नजर रखेंगे, जो दिसंबर में अपनी अगली बैठक में फेड के ब्याज दर निर्णय को प्रभावित करेगा। इसके अलावा, निवेशक चीन के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज में डेवलपमेंट पर भी नजर रखेंगे।
सोमवार को बाज़ार खुलने के बाद नतीजों की घोषणा करने वाली कंपनियां जैसे टाटा मोटर्स लिमिटेड, भारतीय जीवन बीमा निगम समेत अन्य कंपनियों के शेयरों से हलचल दिख सकता है। ओएनजीसी, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, बजाज कंज्यूमर केयर, बलरामपुर चीनी मिल्स, बैंक ऑफ इंडिया, बीईएमएल, बीएलएस इंटरनेशनल सर्विसेज, ब्लू डार्ट एक्सप्रेस, गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया और जुबिलेंट फूडवर्क्स 11 नवंबर को नतीजे पेश करेंगे।
FII और DII डेटा
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स शुक्रवार को कैश मार्केट में नेट सेलर्स बने रहे, जबकि DII फिर से शुद्ध खरीदार रहे। जियोजित फाइनेंशियल के वीके विजयकुमार ने भारतीय बाजार में कमजोरी के लिए FII द्वारा लगातार बिकवाली को जिम्मेदार ठहराया। अक्टूबर में ₹1.13 लाख करोड़ की भारी बिकवाली के बाद FII ने अब तक नवंबर में कैश मार्केट में ₹19,849 करोड़ की इक्विटी बेची है।
उन्होंने कहा, “FII की बिक्री का कारण भारत में हाई वैल्यूएशन है, जो दूसरी तिमाही के आंकड़ों में आय में गिरावट के संदर्भ में स्पष्ट दिखाई देता है।” उन्होंने कहा कि FII की बिक्री का ट्रेंड निकट भविष्य में तब तक जारी रहने की संभावना है, जब तक कि डेटा ट्रेंड के उलट होने की संभावना का संकेत नहीं देते।
एक्सपर्ट्स की क्या है राय
ग्लोबल फैक्टर्स और कमजोर तिमाही नतीजों के चलते बाजारों में उतार-चढ़ाव रहने की उम्मीद है। हालांकि, मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका के अनुसार अगले हफ्ते घोषित होने वाली दूसरी तिमाही की आय के अंतिम चरण के कारण कुछ स्टॉक में एक्शन दिख सकता है।
Nifty 50 चार्ट क्या संकेत देते हैं?
निफ्टी 24,000-24,500 के बीच कंसोलिडेशन रेंज में बना हुआ है। मिक्स्ड सिगनल से संकेत मिलता है कि यह फेज आगे भी जारी रह सकता है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के SVP (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा कि 24500 के स्तर से ऊपर एक क्लियर ब्रेकआउट इंडेक्स को 24800 की ओर ले जा सकता है, जबकि ब्रेकडाउन दबाव बढ़ा सकता है, जो संभावित रूप से इसे 23500 के करीब 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) तक नीचे धकेल सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी ने कहा कि पिछले दो सत्रों के अपसाइड बाउंस के बाद डेली चार्ट पर एक लॉन्ग नेगेटिव कैंडल बनी। 24500 का अहम ओवरहेड रेजिस्टेंस बरकरार रहा और बाजार रेजिस्टेंस एरिय से ऊपर टिक नहीं पाया। शेट्टी ने कहा, “हालांकि, तकनीकी रूप से यह कैंडल पैटर्न यहां से बड़ी गिरावट के कोई संकेत नहीं दिखा रहा है, लेकिन 23800 या थोड़े निचले स्तर की ओर कुछ और कंसोलिडेशन या मामूली गिरावट की उम्मीद है।”
बाजार में शॉर्ट टर्म वोलैटिलिटी के साथ शॉर्ट टर्म ट्रेंड अनिश्चित बना हुआ है। जब तक निफ्टी 24500 के स्तर को पार नहीं कर जाता, तब तक बड़े उछाल की उम्मीद नहीं है। निचले स्तर पर निफ्टी को लगभग 23800 के स्तर पर सपोर्ट मिल सकता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे को उम्मीद है कि 24000 का स्तर इंडेक्स के लिए मजबूत सपोर्ट के रूप में काम करेगा। अगर यह इस स्तर से ऊपर बना रहता है, तो निफ्टी बुल्स के पास फिर से मोमेंटम हासिल करने का मौका हो सकता है। हालांकि, 24000 से नीचे का ब्रेकआउट बाजार को और कमजोर कर सकता है। डे ने कहा, “RSI इंडेकेटर पॉजिटिव क्रॉसओवर में बना हुआ है, जो दिखाता है कि शॉर्ट टर्म मोमेंटम मजबूत रहने की संभावना है। निकट भविष्य में, इंडेक्स 24,500 की ओर बढ़ सकता है, लेकिन 24,000 से नीचे की गिरावट से बाजार में करेक्शन हो सकता है।”
Nifty Bank चार्ट क्या संकेत देते हैं?
शुक्रवार को निफ्टी बैंक इंडेक्स 355 अंक गिरकर 51,561 पर बंद हुआ। स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के संतोष मीना के अनुसार बैंक निफ्टी तुलनात्मकर रूप से मजबूत है, लेकिन एक सीमा के भीतर ट्रेड कर रहा है। 52500 का स्तर एक अहम रेजिस्टेंस के रूप में कार्य कर रहा है, जबकि 51000-50500 जोन प्रमुख सपोर्ट प्रदान कर रहा है। मीना ने कहा कि 52500 से ऊपर निर्णायक ब्रेक से शॉर्ट-कवरिंग रैली शुरू हो सकती है, जिसमें संभावित लक्ष्य 53300 और 54,000 पर होंगे। नीचे की ओर 49500 पर 200-डीएमए एक अहम सपोर्ट के रूप में काम करेगा।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज की पल्का अरोड़ा चोपड़ा ने कहा कि बैंक निफ्टी ने सप्ताह के अंत में फ्लैट प्रदर्शन किया, जिसे 52500-52600 रेंज में मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ा। इंडेक्स 2000-पॉइंट रेंज में ट्रेड कर रहा है, जिसमें 50500 के आसपास खरीदारी और 52500 पर बिक्री देखी गई। अब इसके इस रेंज के निचले सिरे की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
एनालिस्ट ने कहा, “इमिडिएट रेजिस्टेंस 51,800 पर है, जो इंडेक्स को वापस 52,500 तक धकेल सकता है। नीचे की ओर, अगर बैंक निफ्टी 51300 से नीचे टूटता है, तो यह 50800 तक गिर सकता है। इसने 21-डे EMA से नीचे क्लोजिंग दिया, वर्तमान ट्रेंड के तहत आने वाले हफ्ते के लिए ‘बढ़त पर बिक्री’ एप्रोच की सलाह दी जाती है।”
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।